सीबीआई ने आशंका जताई है कि सत्यम घोटाला अब तक के अनुमानों से भी ज्यादा बड़ा हो सकता है। सीबीआई को यह संकेत सत्यम के खातों की जांच से मिला है।
उल्लेखनीय है कि सत्यम के संस्थापक एस. रामलिंग राजू ने जनवरी में 7,800 करोड़ रुपये के घपले की बात स्वीकार की थी। सूत्रों के मुताबिक, ब्यूरो ने सावधि जमाओं तथा बैंक बैलेंस से जुड़े 7,000 से अधिक जाली बिल और दस्तावेज प्राप्त किए हैं। इनका अनुमान है कि यह घोटाला 9,600 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।
सीबीआई के अनुसार, ब्यूरो ने जांच में पाया कि आरोपितों ने लगभग 7,000 जाली बिल बनाया गया और उसे सत्यम के खातों में दिखाया गया। कंपनी की बैलेंसशीट में गड़बडी की गई। आरोपितों ने कंपनी की पूंजी के बारे में भी झूठ-मूठे बयान दिए।
आरोपितों ने 3,300 करोड़ रुपए मूल्य की सावधि जमा प्राप्तियां तथा जाली दस्तावेज बनाए। इसी तरह बैंक बैलेंस दिखाने के लिए बैंक गारंटी में भी जालसाजी की गई। ब्यूरो बी रामलिंग राजू प्राइस वाटरहाउस के पूर्व ऑडिटरों सहित अन्य से पूछताछ कर रहा है।
