स्वीडन की कंपनी साब (एसएसएबी) ने टाटा स्टील का नीदरलैंड का कारोबार खरीदने के लिए दो महीने से चल रही बातचीत बंद कर दी है। टाटा स्टील ने 13 नवंबर को घोषणा की थी कि उसने इजमुइडेन स्टीलवक्र्स समेत अपने नीदरलैंड के कारोबार के संभावित अधिग्रहण के लिए स्वीडन की साब के साथ बातचीत शुरू की है, जिसके लिए जांच-परख की औपचारिकता दिसंबर के अंत तक पूरी होने के आसार हैं।
लेकिन कंपनी ने आज इस बात की पुष्टि की कि साब ने बातचीत खत्म कर दी है। कंपनी ने कहा कि वह अपने यूरोपीय कारोबार के रणनीतिक समाधान पर पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है। साब के अध्यक्ष एवं सीईओ मार्टिन लिंडक्विस्ट ने वित्तीय नतीजे जारी करने के मौके पर कहा, ‘व्यापक विश्लेषण और बातचीत के बाद यह साफ हो गया कि इजमुइडेन को साब के ढांचे में शामिल करने की सीमित संभावनाएं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने बारीकी से टाटा स्टील इजमुइडेन का मूल्यांकन किया है और हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि यह अधिग्रहण तकनीकी वजहों से मुश्किल होगा। हम इसे लेकर पूरी तरह सुनिश्चित नहीं हो सकते हैं कि हम अपनी औद्योगिक योजना को तरजीही तकनीकी समाधानों के साथ उतनी जल्द लागू कर सकते हैं, जितनी जल्दी हम चाहते हैं।’
उन्होंने यह भी कहा कि सौदे से उतना फायदा नहीं हो रहा है, जितना खर्च इस बदलाव में हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि कुल मिलाकर यह सौदा हमारी वित्तीय उम्मीदों को पूरा नहीं करेगा, इसलिए टाटा स्टील के साथ बातचीत खत्म कर दी गई है।’ दोनों कंपनियों के बीच बातचीत खत्म होने की खबरों से टाटा स्टील का शेयर 3.68 फीसदी की गिरावट के साथ 601 रुपये पर बंद हुआ। टाटा स्टील नीदरलैंड कारोबार में साब की रुचि की घोषणा के दौरान विश्लेषकों ने इजुमइडेन के संयंत्र की कीमत 2 से 2.5 अरब डॉलर बताई थी।
इस सौदे से टाटा स्टील अपने एबिटा के मुकाबले तीन गुना कर्ज के लक्ष्य के नजदीक पहुंच सकती थी। दूसरी तिमाही में टाटा स्टील का एबिटा के मुकाबले सालाना कर्ज करीब 3.9 गुना रहा था। लेकिन कंपनी ने एक बार फिर भरोसा दिलाया है कि कंपनी अपना कर्ज घटाने की योजना पर कायम है। इस समय टाटा स्टील का करीब दो-तिहाई कारोबार भारत में है, जिसके पास बेहतर और अत्यधिक लागत प्रतिस्पर्धी परिसंपत्तियां और नकदी आवक है।
