PTI
गौतम अदाणी समूह की अधिकतर फर्मों के शेयरों में गिरावट आज भी जारी रही। समूह ने अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों का बिंदुवार खंडन किया है फिर भी उसका बाजार पूंजीकरण तीन दिन में 5 लाख करोड़ से भी ज्यादा घट गया।
अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी टोटाल गैस के शेयर में दूसरे दिन भी 20 फीसदी का निचला सर्किट लगा और अदाणी ट्रांसमिशन में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस बीच बीएसई और एनएसई ने अदाणी समूह की तीन कंपनियों- अदाणी टोटाल गैस, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी ग्रीन एनर्जी- के लिए सर्किट सीमा को 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है।
पिछले तीन दिन में ये तीनों शेयर 40-40 फीसदी टूट चुके हैं। अलबत्ता निफ्टी के बेंचमार्क सूचकांक में शामिल अदाणी एंटरप्राइजेज आज 3.9 फीसदी और अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन 0.6 फीसदी बढ़त पर बंद हुए। कारोबार के दौरान दोनों शेयर करीब 10-10 फीसदी तक चढ़ गए थे, लेकिन अपनी बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। सुबह कारोबार के दौरान लगभग सभी शेयर बढ़त पर खुले थे मगर बाद में बिकवाली बढ़ी और ज्यादातर शेयर नुकसान में आ गए।
अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का खंडन करते हुए कल 413 पृष्ठ का जवाब दिया था। फिर भी समूह के शेयरों पर निवेशकों का भरोसा नहीं बढ़ा। अदाणी समूह ने कहा कि आरोप ‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’ हैं।
समूह ने कहा कि यह किसी खास कंपनी पर अवांछित हमला नहीं है बल्कि भारत, भारतीय संस्थाओं की स्वतंत्रता, अखंडता और गुणवत्ता तथा भारत की विकास गाथा एवं महत्त्वाकांक्षाओं पर एक सुनियोजित हमला है। समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग के 88 सवालों में से करीब 62 के जवाब समूह के सार्वजनिक खुलासे में दिए गए हैं। ये दस्तावेज ‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छिपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावना भरा पुलिंदा है और निराधार आरोप किसी गुप्त मकसद से लगाए गए हैं।
समूह ने कहा कि वह अपने शेयरधारकों के हितों की रक्षा के लिए सभी सक्षम प्राधिकरण में जाने साथ ही कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है। उधर हिंडनबर्ग ने कहा कि अदाणी के स्पष्टीकरण में उसके सभी प्रमुख आरोपों की अनदेखी की गई और उन्हें राष्ट्रवाद से ढकने का प्रयास किया गया। हिंडनबर्ग ने कहा, ‘हमने अदाणी समूह से 88 सवाल किए थे, जिनमें से 62 का जवाब वह सही तरीके से नहीं दे पाया।’
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पिछले साल अदाणी समूह के शेयरों का प्रदर्शन भारतीय बाजार में ही नहीं बल्कि एमएससीआई एशिया पैसिफिक इंडेक्स में भी बेहद शानदार रहा। मगर हालिया गिरावट की वजह से पिछले साल देश के सबसे मूल्यावान समूह बताए गए अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण घटकर टाटा समूह और मुकेश अंबानी समूह से नीचे आ गया है। अदाणी समूह के संस्थापक गौतम अदाणी भी दुनिया के अरबपतियों की सूची में कई पायदान फिसल गए हैं।