ग्रीन एनर्जी फर्म रीन्यू पावर विदेशी मुद्रा बॉन्ड में 1,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसके लिए उसे ग्रांटको से आंशिक गारंटी मिल गई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
इस इश्यू की घोषणा एक हफ्ते में हो सकती है और एक साल से ज्यादा वक्त में यह पहला ऐसा इश्यू होगा। इससे यह भी संकेत मिलता है कि उच्च प्रतिफल वाले विदेशी बाजार खुल रहे हैं, लेकिन कोविड-19 के प्रसार के कारण इस कर्ज की उपयोगिता पर संभावित असर को लेकर चौकन्ना है।
रेटिंग एजेंसी मूडीज के मुताबिक, दो महीने तक कोई इश्यू न होने के बाद जून में एशिया से उच्च प्रतिफल वाला बॉन्ड 2.2 अरब डॉलर का रहा। कुल सात सौदे चीन की प्रॉपर्टी कंपनियों की तरफ से हुए। इस मायने में रीन्यू पावर कोविड के प्रसार के बाद भारतीय कंपनियों के लिए रास्ता खोल रही है।
बॉन्ड की व्यवस्था करने वालों का कहना है, हालांकि आंशिक गारंटी की जरूरत से संकेत मिलता है कि विदेशी बाजारों में भारतीय कंपनियों के लिए यह आसान नहीं होगा। रुपये वाला बाजार भी कम रेटिंग वाली कंपनियों का स्वागत नहीं कर रहा है। रीन्यू पावर ग्रुप की कंपनियों की देसी रेटिंग सामान्य तौर पर ए और ए प्लस है लेकिन इंटरनैशनल रेटिंग बीबी (फिच रेटिंग की तरफ से)।
