वीडियो फिल्मों को किराए पर देने का कारोबार किसी जमाने में मामूली दुकानदारी कहा जाता था, लेकिन अब तो दिग्गज कारोबारी अनिल अंबानी भी इसी जमात में शामिल हो रहे हैं।
अनिल के रिलायंस समूह ने भी अमेरिका के वीडियो रेंटल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क ‘ब्लॉकबस्टर’ की तर्र्ज पर बनाई गई अपनी ऑनलाइन और ऑफलाइन वीडियो रेंटल कंपनी ‘बिग फि्लक्स’ के विस्तार का खाका तैयार कर लिया है।
बिग फि्लक्स के अभी 6 शहरों में 22 स्टोर हैं और कंपनी की योजना अप्रैल 2009 तक 35-40 शहरों में इन स्टोरों की संया 500 तक पहुंचाने की है। अगस्त 2007 में ऑनलाइन वीडियो डिमांड पोर्टल बिग िलक्स लाँच करने के बाद हाल ही में रिलायंस ने रिटेल वीडियो सर्विस भी लाँच कर दी है।कंपनी के 22 रेंटल स्टोर मुंबई, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद, चंडीगढ़ और बेंगलुरु में ही हैं। इस साल के मध्य में कंपनी की योजना इंदौर, अहमदाबाद, कोलकाता और चेन्नई में भी 28 स्टोर और खोलने की है।
रिलायंस एंटरटेनमेंट के घरेलू मनोरंजन विभाग के मुय कार्यकारी कमल ज्ञानचंदानी ने बताया कि समूह के रिलायंस वर्ल्ड ऑउटलेट्स की 75 दुकानें शॉप इन शॉप फॉर्मेट पर आधारित होंगी। इसके अलावा कंपनी फ्रैंचाइजी मॉडल के तहत भी लगभग 375 स्टोर खोलेगी। फ्रैंचाइजी मॉडल पर बातचीत अभी चल रही है और कंपनी को उमीद है कि मई से इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।
पिछले साल बिग फि्लक्स के लाँच के अवसर पर कंपनी ने घोषणा की थी कि समूह अगले तीन साल में इस पर लगभग 400 करोड़ रुपये निवेश करेगी। ज्ञानचंदानी ने बताया कि उसमें से 40 फीसदी निवेश हो चुका है।
कंपनी ने ग्राहकों की सुविधानुसार दो विकल्प रखे हैं। पहले विकल्प में ग्राहक कोई भी सब्सक्रिप्शन मॉडल चुन सकते हैं। दूसरे विकल्प में उन्हें कि ग्राहक स्टोर पर आकर अपनी पसंद की डीवीडी और वीसीडी किराए पर ले सकते हैं। इस र्माडल में एक डीवीडी या वीसीडी के बदले 40 से लेकर 80 रुपये तक किराया लिया जाएगा। फिल्म की भाषा के हिसाब से किराया तय होगा।
ज्ञानचंदानी ने बताया कि फिलहाल कंपनी का 95 प्रतिशत कारोबार सब्सक्रिप्शन मॉडल के जरिए होता है। होम एंटरटेनमेंट कंपनी ऑनलाइन मेल जैसी सुविधा भी देती है। उन्होंने कहा कि इस उपक्रम के जरिए कंपनी ऐसा कारोबारी मॉडल तैयार करना चाहते हैं जिससे हर तरह के उपभोक्ता तक पहुंचा जा सके।