अमेरिकी औषधि नियामक संस्था की ओर से प्रमुख दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी लैबोरेटरीज पर लगाए गए आरोपों पर कंपनी ने कहा कि इस बारे में सभी संबंधित जानकारियां एक माह के अंदर मुहैया करा दी जाएंगी।
कंपनी ने कहा कि अमेरिकी सरकार इस बात पर सहमत हो गई है कि एक बार उत्पादन से संबंधित दस्तावेज पेश कर दिए जाते हैं, तो कंपनी के खिलाफ दायर कानूनी मामला वापस ले लिए जाएगा। इधर, रैनबैक्सी को जापानी कंपनी दाइची सैंक्यो द्वारा 4.6 अरब डॉलर में खरीदने की प्रक्रिया जारी है।
मंगलवार को कंपनी की आमसभा में शेयरधारकों ने इस अधिग्रहण पर अपनी सहमति जता दी। इसके पहले अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि रैनबैक्सी ने फेडरल के नियमों का उल्लंघन किया है। अधिकारियों का मानना था कि कंपनी ने कुछ दवाओं के ब्रांड का खुलासा नहीं किया था। रैनबैक्सी ने कोर्ट को जवाबी पत्र में कहा कि हिमाचल प्रदेश के पाउंटा साहिब इकाई में कुछ दवाओं के टेस्ट किए थे, पर इन सूचनाओं को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता था।
अब पाउंटा साहिब इकाई में अमेरिकी कंसल्टेंसी फर्म पैरेक्सेल के साथ जो ऑडिट किया गया था, उसकी जानकारी कंपनी अमेरिकी सरकार को उपलब्ध कराएगी। इधर कंपनी पर लगाए गए आरोपों के बीच निवेशकों के बीच हड़कंप मचा रहा और बीएसई पर कंपनी के शेयरों में 14 फीसदी की गिरावट देखी गई। रैनबैक्सी के शेयर मंगलवार को 409.25 रुपये पर बंद हुए, जबकि सोमवार को इसमें करीब 10.45 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।