facebookmetapixel
बिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?सेबी 17 दिसंबर की बैठक में करेगा हितों के टकराव और खुलासा नियमों की सिफारिशों पर विचारकोटक महिंद्रा बैंक 15 साल बाद स्टॉक स्प्लिट पर फिर करेगा विचार, 21 नवंबर को होगी बोर्ड बैठकअंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी सिनेमा को पहचान दिलाने वाली मशहूर अभिनेत्री कामिनी कौशल का निधनDPDP नियम लागू होने के बाद बढ़ेगी सहमति प्रबंधकों की मांग और भूमिकाअगले पांच वर्षों में 5 करोड़ भारतीय निकलेंगे छुट्टियों पर, पर्यटन उद्योग में आएगी लंबी उछालDPDP कानून के बाद एआई ट्रेनिंग का पर नया संकट: सहमति, डेटा हटाने और बढ़ती लागतों से कंपनियों की बढ़ेगी चुनौती

रैनबैक्सी की यमन दवा बाजार में दस्तक

Last Updated- December 07, 2022 | 1:04 AM IST

देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड ने यमन में फार्मा लिमिटेड (नैटको) के साथ गठजोड़ कर अपना संचालन शुरू किया है।


नैटको यमन में हेल्थकेयर क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में से एक है। विश्व की शीर्ष 10 जेनरिक कंपनियों में शुमार रैनबैक्सी ने हाल ही में औपचारिक रूप से तकरीबन 350 डॉक्टरों के लिए अपने उत्पाद पेश किए हैं।

एशिया एवं सीआईएस देशों के लिए रैनबैक्सी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय निदेशक संजीव आई. दानी ने बताया कि कंपनी एंटी-इन्फेक्टिव्स, गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल, कॉलेस्टेरॉल लोअरिंग और एंटी-एलर्जिक थेरेप्यूटिक आदि पर  ध्यान केंद्रित करेगी।

दवा उद्योग के जानकारों के मुताबिक रैनबैक्सी पश्चिम एशिया के 11 देशों में मजबूत उपस्थिति दर्ज करने वाली पहली भारतीय कंपनी है। पश्चिम एशियाई देशों में दवा बाजार 400 अरब रुपये का है जो 15-18 प्रतिशत की दर से इजाफा कर रहा है।

फिलहाल कंपनी की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ओमान, कुवैत, बहरीन, कतर, लेबनान, ईरान, इराक, जॉर्डन, सीरिया और अफगानिस्तान में मौजूदगी है। यूएई पश्चिम एशिया में ऐसा एकमात्र प्रमुख बाजार है जहां रैनबैक्सी अपने 20 उत्पाद बेचती है।

First Published - May 23, 2008 | 12:04 AM IST

संबंधित पोस्ट