देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड ने यमन में फार्मा लिमिटेड (नैटको) के साथ गठजोड़ कर अपना संचालन शुरू किया है।
नैटको यमन में हेल्थकेयर क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में से एक है। विश्व की शीर्ष 10 जेनरिक कंपनियों में शुमार रैनबैक्सी ने हाल ही में औपचारिक रूप से तकरीबन 350 डॉक्टरों के लिए अपने उत्पाद पेश किए हैं।
एशिया एवं सीआईएस देशों के लिए रैनबैक्सी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय निदेशक संजीव आई. दानी ने बताया कि कंपनी एंटी-इन्फेक्टिव्स, गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल, कॉलेस्टेरॉल लोअरिंग और एंटी-एलर्जिक थेरेप्यूटिक आदि पर ध्यान केंद्रित करेगी।
दवा उद्योग के जानकारों के मुताबिक रैनबैक्सी पश्चिम एशिया के 11 देशों में मजबूत उपस्थिति दर्ज करने वाली पहली भारतीय कंपनी है। पश्चिम एशियाई देशों में दवा बाजार 400 अरब रुपये का है जो 15-18 प्रतिशत की दर से इजाफा कर रहा है।
फिलहाल कंपनी की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ओमान, कुवैत, बहरीन, कतर, लेबनान, ईरान, इराक, जॉर्डन, सीरिया और अफगानिस्तान में मौजूदगी है। यूएई पश्चिम एशिया में ऐसा एकमात्र प्रमुख बाजार है जहां रैनबैक्सी अपने 20 उत्पाद बेचती है।