सत्यम घोटाले पर हाल ही में अपनी जांच रिपोर्ट जमा करने वाले गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) को कंपनी के संस्थापक बी. रामलिंगा राजू का एक वक्तव्य मिला है।
इसमें राजू ने बताया है कि उसने अपना ‘कबूलनामा’ सत्यम बोर्ड को भी भेजा था। कंपनी मामलों के मंत्रालय के दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इस बयान के साथ ही बोर्ड को बगैर राजू के दस्तखत के मिले पत्र को लेकर अनिश्चितता अब खत्म हो गई है।
अनिश्चितता यह थी कि क्या राजू ने ही यह पत्र बोर्ड को भेजे थे या किसी और ने! साथ ही इस स्वीकारोक्ति के जरिए अब राजू पर पर आरोप का निर्धारण और आसान हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस साल 7 जनवरी को सत्यम बोर्ड को बगैर हस्ताक्षर के भेजे पत्र के जरिए जानकारी देकर राजू ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था।
