अपैरल रिटेलर प्रोवोग और ब्रिटेन की लिबर्टी इंटरनैशनल की संयुक्त कंपनी प्रोज़ोन प्रस्तावित मॉल परियोजनाओं का आकार घटा रही है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रोज़ोन एक ओर अपनी कर्ज हिस्सेदारी घटा रही है। दूसरी ओर, नकदी बचाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं में पार्किंग का निर्माण टाल रही है।
प्रोवोग इंडिया के प्रबंध निदेशक निखिल चतुर्वेदी ने बताया कि प्रोज़ोन की योजना पहले 10 मॉलों के निर्माण की थी। अब इसे घटाकर महज 6 कर दिया गया है। बाकी परियोजनाओं का काम रोक दिया गया है।
दरअसल प्रोज़ोन की योजना औरंगाबाद, जयपुर, नागपुर और इंदौर में कम से कम 10 लाख वर्ग फीट के निर्माण की थी। लेकिन अब कंपनी की योजना इनका निर्माण टुकड़ों में करने की है। पहले चरण में 6 लाख वर्गफीट का निर्माण किया जाएगा और बाकी का काम दूसरे चरण में किया जाएगा।
चतुर्वेदी ने बताया, ‘हम बाजार की स्थिति का ख्याल रख रहे हैं। मंदी को देखते हुए कंपनी ने परियोजनाएं विकसित करने की अपनी गति धीमी कर ली है। साथ ही कई चरणों में मॉल विकसित कर रहे हैं।’
प्रोज़ोन में 25 फीसदी हिस्सेदारी पाने के लिए लिबर्टी ने जब 202.5 करोड़ रुपये का निवेश किया, तब कुल छह मॉल परियोजनाओं में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का निवेश हो गया। इनमें से 390 करोड़ रुपये पूंजी और 600 करोड़ रुपये कर्ज से जुटाए गए। बाद में निवेश में संशोधन कर इसे 2,000 करोड़ रुपये कर दिया गया।
इसमें से 700 करोड़ रुपये पूंजी और 1,300 करोड़ रुपये कर्ज के जरिए जुटाने की योजना रखी गई। लेकिन प्रोज़ोन ने परियोजना में कर्ज का स्तर 1,300 करोड़ रुपये की बजाय 600 करोड़ रुपये कर दिया है। हालांकि पूंजी हिस्सेदारी जस की तस बनी हुई है।
चतुर्वेदी के मुताबिक, ‘ब्याज दर काफी बढ़ चुका है लिहाजा ब्याज सीमित रखने के लिए हमने सीमित कर्ज ही लेने का निर्णय लिया है। माल परियोजनाओं में हमने कर्ज की राशि अब 65 फीसदी से घटाकर 50 फीसदी तक कर दी है।’
पिछले साल अप्रैल में ट्रैंगिल इंडिया रियल एस्टेट फंड ने प्रोज़ोन लिबर्टी की स्पेशल पर्पा व्हीकल में 27 फीसदी हिस्सेदारी 457 करोड़ रुपये में खरीद ली। एसपीवी की औरंगाबाद, इंदौर, नागपुर और जयपुर में विकसित हो रही चार परियोजनाओं में हिस्सेदारी है।
यही नहीं प्रोज़ोन ने अपने चार मॉलों में पार्किंग स्थल का निर्माण टाल दिया है। ऐसा समय और पैसे की बचत करने के लिए किया गया। इससे पहले कंपनी मॉलों में द्विस्तरीय बेसमेंट पार्किंग का मन बना रही थी। पैसे बनाने के लिए कंपनी की योजना है कि पार्किंग स्थल का निर्माण बाद में किया जाएगा। प्रोज़ोन की योजना आने वाले 7 साल में 20 मॉलों के निर्माण करने की थी।
