प्रमुख वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) अपने ब्रांड डीएनए को नए सिरे से परिभाषित करने की तैयारी कर रही है क्योंकि उसे एक ऐसे बाजार में दमदार वापसी करने की दरकार है जहां उसकी जमीन प्रतिस्पर्धी कंपनियों के पास खिसक गई है। इसी क्रम में कंपनी ने अपने प्रतिष्ठित एसयूवी ब्रांड थार को नए रंगरूप में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बाजार में उतारा था।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस ब्रांड की बुनियादी विशेषताओं को बरकरार रखते हुए नया रंगरूप दिया गया। इसके अलावा कंपनी वित्त वर्ष 2021-22 के आरंभ में नई पीढ़ी की एक्सयूवी500 को कूटनाम डब्ल्यू601 के साथ तैयार कर रही है। उसके बाद उस वित्त वर्ष के मध्य में नई पीढ़ी की स्कॉर्पियो एक्सयूवी500 जेड101 को उतारने की योजना है।
नई थार के साथ महिंद्रा ऐंड महिंद्रा पूरी रफ्तार में होगी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक (वाहन एवं फार्म उपकरण क्षेत्र) राजेश जेजुरिकर ने कहा, ‘महिंद्रा में हम अपने ब्रांड की पूरी बुनियादी विशेषताओं को परिभाषित करने के लिए तैयार हैं और थार उस ओर उठाया गया हमारा पहला कदम है।’
ऐसे बाजार में जहां हरेक दूसरे वाहन को एसयूवी कहा जाने लगा है, महिंद्रा ने अपनी बुनियादी दक्षता को प्रदर्शित करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने मॉडलों में महिंद्रा की बुनियादी विशेषताओं को बेहतर तरीके से पेश करेगी जिसकी झलक अगले 12 महीनों में कंपनी के नए मॉडलों में दिखेगी।
स्कॉर्पियो, बोलेरो, एक्सयूवी500 आदि मॉडलों के विनिर्माता की रुख में यह बदलाव खिसकती बाजार हिस्सेदारी के कारण आया है। बाजार में कंपनी को तगड़ी प्रतिस्पर्धा का सामाना करना पड़ रहा है और जापान, कोरिया एवं यूरोप की प्रतिस्पर्धी कंपनियों उसकी बाजार हिस्सेदारी में लगातार सेंध लगा रही हैं। इससे निपटने के लिए कंपनी ने अपने प्रतिष्ठित मॉडलों को बाजार में उतार कर बिक्री को रफ्तार देना चाहती है।
इसी क्रम में 75 वर्ष पुरानी वाहन कंपनी उस श्रेणी में अपनी नई शुरुआत करने की तैयारी कर रही है जहां 2012 तक उसका वर्चस्व रहा था। लेकिन कार जैसी एसयूवी अथवा कॉम्पैक्ट एसयूवी के बाजार में आने से स्थिति बदल गई। अपने प्रतिस्पर्धियों को टक्कर देने के लिए महिंद्रा ने भी कई नए मॉडल उतारे जिनमें क्वांटो, नूवोस्पोर्ट, केयूवी100, वेरिटो वाइब, टीयूवी300 और एक्सयूवी300 शामिल हैं।
हालांकि महिंद्रा को अपनी बिक्री को लेकर भरोसा था और इसलिए उसने अपनी प्रतिक्रिया दिखाने में देरी कर दी। ऐसे में उसकी जमीन खिकने लगी। वित्त वर्ष 2012 में कंपनी ने 2.8 लाख वाहनों की बिक्री दर्ज की थी जो घटकर वित्त वर्ष 2020 में 1.8 लाख रह गई। इस दौरान एसयूवी श्रेणी में उसकी बाजार हिस्सेदारी 55 फीसदी से घटकर 19 फीसदी रह गई।
बिक्री सलाहकार एवं बाजार अनुसंधान फर्म आईएचएस मार्किट के सहायक निदेशक पुनीत गुप्ता ने कहा कि काफी कुछ थार की सवारी पर निर्भरती है और इसलिए यह जरूरी है कि कंपनी उसकी कीमत सही रखे। उन्होंने कहा, ‘उन्हें थार के लिए उत्पाद और स्थिति दोनों को सही रखना होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि उसकी कीमत भी सही रहेगी।’
