सरकार द्वारा संचालित भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयरों की सार्वजनिक पेशकश प्रमुख निवेशकों के लिए 11 मार्च को खुलने की संभावना है। इस मामले से जुड़े 3 सूत्रों ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी। एलआईसी की 8 अरब डॉलर की पेशकश देश की अब तक की सबसे बड़ी पेशकश होगी। सूत्रों ने कहा कि अन्य निवेशकों द्वारा बोली के लिए इसे दो दिन बाद खोला जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि एलआईसी के आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) को मार्च के पहले सप्ताह में नियामकीय मंजूरी मिलने की संभावना है, उसके बाद मार्केटिंग प्राइस बैंड तय किया जाएगा। सूत्रों ने यह कहते हुए नाम सार्वजनिक करने से इनकार किया कि इस सौदे पर चर्चा निजी है।
इस पर एलआईसी ने प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है। वित्त मंत्रालय के एक प्रïवक्ता ने रॉयटर्स से पूछे गए सवालों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया। सूत्रों ने कहा कि आईपीओ लॉन्च का कार्यक्रम बदल सकता है, हालांकि जारीकर्ता समयसीमा के मुताबिक काम कर रहा है।
ब्लूमबर्ग ने बुधवार को खबर दी थी कि सरकारी बीमा कंपनी के शेयर की कीमत 2,000 रुपये से 2,100 रुपये प्रतिशेयर के बीच हो सकती है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक रोड शो शुरू हो गए हैं और निवेशकों की रुचि और सरकार से उनकी चर्चा के बाद कीमतों में बदलाव हो सकता है।
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी ने रविवार को मसौदा आईपीओ प्रॉस्पेक्टस बाजार नियामक के पास पेश किया था, जिसमें सरकार की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की बात कही गई है, जिससे करीब 8 अरब डॉलर मिलने की संभावना है। सूत्रों ने रॉयटर्स से पिछले महीने कहा था कि एलआईसी मार्च के मध्य तक शेयर जारी कर सकती है। इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया गया था।
सरकार मार्च के अंत तक आईपीओ का काम पूरा करने को इच्छुक है, जिससे वित्त वर्ष 2021-22 के राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद के 6.4 प्रतिशत पर बनाए रखा जा सके। इससे 60,000 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान रखा गया है। केंद्र सरकार ने 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्त वर्ष में विनिवेश व निजीकरण की योजना में तेज कटौती की है।