पट्टे में तेजी से रीट्स को मजबूती

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 8:46 PM IST

निवेशकों के बीच रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स यानी रीट्स का आकर्षण बढऩे के आसार हैं क्योंकि लोग अब कार्यालय में लौटने लगे हैं। हालिया रुझानों से पता चलता है कि रीट्स के प्रतिनिधित्व वाले शुद्ध वाणिज्यिक (कार्यालय) पट्टा शेयरों की वापसी हो सकती है जिसे रिहायशी बाजार में जबरदस्त बुकिंग के कारण रियल एस्टेट शेयरों में सुधार से बल मिलेगा। रियल एस्टेट सलाहकार फर्म कुशमैन ऐंड वेकफील्ड का कहना है कि दिसंबर तिमाही के दौरान शीर्ष 8 शहरों में ग्रेड-ए प्रॉपर्टी की शुद्ध खपत 95 लाख वर्ग फुट रही। इसमें क्रमिक आधार पर दोगुना और पिछली नौ तिमाहियों की सर्वाधिक वृद्धि हुई।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के मोहित अग्रवाल का कहना है कि सूचीबद्ध रीट्स के लिए कुल पट्टेदारी में क्रमिक आधार पर वृद्धि दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि पुराने पट्टे का नवीनीकरण, नए पट्टे और समय से पहले पट्टे का नवीनीकरण में जबरदस्त मेल से वृद्धि को रफ्तार मिली। कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान नवीनीकरण में सालाना आधार पर 20 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है और इस प्रकार वह कैलेंडर वर्ष 2018 के स्तर तक पहुंच सकता है। अधिकतर ब्रोकरेज का मानना है कि ऑक्यूपेंसी में भी सुधार हुआ है जो कोविड-19 के दौर में काफी लुढ़क गया था। मार्च 2020 से दिसंबर 2021 के दौरान रीट्स के बीच रिक्ति मेें 500 से 900 आधार अंकों की बढ़त हुई थी। हालिया तिमाही के दौरान ऑक्यूपेंसी स्तर में बढ़ोतरी हुई थी लेकिन ओमिक्रोन वायरस के प्रकोप के कारण उसकी रफ्तार थम-सी गई।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अधिदेव चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘हालांकि ओमिक्रोन के प्रकोप के कारण सुधार में करीब एक तिमाही की देरी हो गई लेकिन हमारा मानना है टीकाकरण की रफ्तार में सुधार, चुनिंदा कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को दफ्तार बुलाए जाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धीरे-धीरे सुधार होने के साथ ही वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही से यह रुझान पलट सकता है।’ विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि शीर्ष आईटी कंपनियों द्वारा भारी नियुक्तियों के कारण खपत कैलेंडर वर्ष 2022 में बढ़कर 2.68 करोड़ वर्ग फुट और कैलेंडर वर्ष 2023 में 3 करोड़ वर्ग फुट हो सकती है जो कैलेंडर वर्ष 2020 और कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान 2 करोड़ वर्ग फुट रही थी।
रीट्स की नई पूछताछ और विस्तार योजनाओं में भी सुधार हुआ है। एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च के पुनीत गुलाटी और अक्षय मल्होत्रा ने कहा कि अनुरोध प्रस्तावों अथवा नई पूछताछ में वृद्धि होने के साथ ही यह 2.5 करोड़ वर्ग फुट हो सकता है जिसमें सबसे अधिक हिस्सेदारी बेंगलूरु और उसके बाद हैदराबाद की होगी। उन्होंने कहा, ‘कई किरायेदार समय से पहले नवीनीकरण का आग्रह कर रहे हैं और ऐसे में उन्हेंं बेहतर सौदा शर्तों से फायदा हो सकता है। मकान मालिक आगामी वर्ष के लिए नवीनीकरण के मोर्चे पर तैयार दिख रहे हैं।’

First Published : March 13, 2022 | 11:37 PM IST