इंडिगो जैसी किफायती विमान सेवा मुहैया कराने वाली कंपनियों के हाथों बाजार हिस्सेदारी में लग रही सेंध को देखते हुए किंगफिशर एयरलाइंस ने यात्रियों को आकर्षित करने के लिए नए किस्म के मार्केटिंग अभियान की शुरुआत की है।
किंगफिशर की ओर से देशभर के पांच मेट्रो शहरों में जगह-जगह पर होर्डिंग लगाए गए हैं, जिनमें आधे होर्डिंग पर ‘इंडि-गनिटी’ लिखा है, जबकि आधे हिस्से पर ‘रेस्पेक्ट’ शब्द लिखा गया है, साथ ही किंगफिशर का लोगो भी लगाया गया है।
दरअसल, इसके पीछे किफायती विमानन कंपनियों से खुद को बेहतर बताना है। कंपनी के सूत्रों ने बताया कि इस विज्ञापन अभियान के लिए रीडिफ्यूजन एडवर्टाइजिंग को नियुक्त किया है। इस विज्ञापन अभियान के बारे में किंगफिशर के अधिकारी की ओर से कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी।
लेकिन जब रीडिफ्यूजन के ईवीपी (मार्केटिंग) निशा सिंघानिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कई विमानन कंपनियां किफायती (लो-कॉस्ट) विमानन कंपनियों में खुद को तब्दील कर रही हैं।
ऐसे में इस विज्ञापन अभियान के जरिए हम यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि किफायती विमानन कंपनियां किस तरह लक्जरी सुविधाएं नहीं मुहैया करती हैं, जबकि किंगफिशर की ओर से इस तरह की पूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस अभियान का मकसद किसी खास किफायती विमानन कंपनी को निशाना बनाना नहीं है।
नागरिक विमानन मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, किंगफिशर का घरेलू बाजार हिस्सेदारी फरवरी माह में 27.1 फीसदी थी, जो मार्च में घटकर 26.7 फीसदी पहुंच गई है। जबकि इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी में इस दौरान इजाफा हुआ है।
