सज्जन जिंदल के नियंत्रण वाली जेएसडब्ल्यू स्टील ने भूषण पावर ऐंड स्टील के लिए लेनदारों को अग्रिम भुगतान की पेशकश की है ताकि तीन साल से ज्यादा समय से चल रही कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया पूरी हो जाए। इसके तहत पेशकश में 400 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
यह प्रस्ताव पिछले हफ्ते पेश किया गया और रकम का भुगतान लेनदारों की तरफ से बैंक गारंटी या इनडेमनिटी बॉन्ड दिए जाने पर होगा ताकि अगर सर्वोच्च न्यायालय जेएसडब्ल्यू की समाधान योजना को नहीं मानता तो निपटान की रकम वापस हो जाए। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। जेएसडब्ल्यू स्टील के वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर टिप्पणी से मना कर दिया।
लेनदारों ने अभी इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। जेएसडब्ल्यू स्टील की तरफ से वित्त्तीय लेनदारों को 19,350 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान का प्रस्ताव है। इसके साथ ही अतिरिक्त 400 करोड़ रुपये से यह रकम 19,750 करोड़ रुपये हो गई जबकि वित्तीय लेनदारों का स्वीकार्य दावा 47,157.99 करोड़ रुपये है।
जेएसडब्ल्यू की तरफ से भुगतान के लिए तैयार होना पहले के रुख से अलग है। कोविड-19 महामारी के बाद जून में कंपनी ने बोली की भुगतान समयसारणी में बदलाव की मांग की थी, लेकिन लेनदारों ने मांग ठुकरा दी थी। तब से हालांकि स्टील उद्योग की किस्मत सुधरी है और कीमतें दो साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई है और स्प्रेड तीन साल की ऊंचाई पर। भूषण पावर का सौदा होने से जेएसडब्ल्यू स्टील की क्षमता में करीब 30 लाख टन की बढ़ोतरी हो जाएगी, जो अभी 1.8 करोड़ टन है। अतिरिक्त 400 करोड़ रुपये का वितरण सीआईआरपी के दौरान कंपनी के अर्जित एबिटा से किया जाएगा।
एक लेनदार ने कहा, 400 करोड़ रुपये पर लेनदारों की अलग-अलग राय है। क्या वे इसे स्वीकार करने पर फैसला लेंगे या फिर सर्वोच्च्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करेंगे यह देखना अभी बाकी है।
