प्रमुख ग्राहक श्याओमी के ऑर्डर में गिरावट की वजह से फॉक्सकॉन समूह की ‘भारत एफआईएच’ आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में अपना काम बंद करने की प्रक्रिया में है। घटनाक्रम से अवगत एक सूत्र के अनुसार इस इकाई ने 30 जून को अपने लेवल 10 का परिचालन बंद कर दिया और उसका कुछ काम चेन्नई के निकट श्रीपेरुम्बदुर में ले जाया जा रहा है। इससे कंपनी की 5,000 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की योजना पर असर पड़ सकता है।
मामले के जानकार सूत्र ने कहा ‘आईपीओ की योजना पहले ही टाली जा चुकी है। जहां लेवल पांच और छह में मैकेनिक्स और बोर्ड असेंबली का काम होता है, वहीं लेवल 10 में मोबाइल फोन की फिनिशिंग का काम होता है।’ भारत एफआईएच पहले राइजिंग स्टार्स मोबाइल इंडिया के नाम से जाना जाता था।
इसकी स्थापना साल 2015 में आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में की गई थी। साल 2017 में इसने चेन्नई के पास संगुवरचत्रम और श्रीपेरुम्बदुर में अपने परिचालन का विस्तार किया था। कंपनी मोबाइल फोन, ईवी, टेलीविजन, हियरेबल आदि के विनिर्माण में लगी हुई है। कंपनी ने बिजनेस स्टैंडर्ड के सवालों का जवाब नहीं दिया।
श्रीपेरम्बदुर इकाई मुख्य रूप से विशिष्ट श्रेणियों के लिए एसेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग के कार्यों पर केंद्रित है। मीडिया की खबरों के अनुसार तीन स्वतंत्र निदेशक – इंटरग्लोब एविएशन के चेयरमैन वेंकटरमणी सुमंत्रन, सिफी टेक्नोलॉजिज के सह-संस्थापक रामराज आर तथा पूर्व सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदराजन ने कंपनी को अलविदा कहा दिया है।
सूत्र ने कहा, ‘कंपनी श्याओमी ओर नोकिया पर काफी ज्यादा निर्भर थी। इस रुझान के आधार पर उसने काम में विविधता नहीं की । इसके अलावा फॉक्सकॉन ग्रुप ऐपल के विनिर्माण पर बहुत अधिक ध्यान दे रहा है।’ चूंकि इसके उपकरणों का मूल्य 15,000 रुपये से कम रहता है, इसलिए कंपनी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) की पात्र भी नहीं बनी।
पिछले साल भारत एफआईएच ने कहा था कि वह अपनी सहायक कंपनी राइजिंग स्टार्स हाई-टेक में करीब 400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। एफआईएच मोबाइल्स की सहायक कंपनी और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजिज ग्रुप की कंपनी भारत एफआईएच पिछले साल आईपीओ लाने पर भी विचार कर रही थी। लेकिन कारोबार में गिरावट से यह योजना अब खटाई में पड़ गई है।