IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys) को 1.5 अरब डॉलर का शॉक लगा है। कंपनी ने शनिवार यानी 23 दिसंबर को इसकी सूचना दी। हालांकि IT दिग्गज ने डील कैंसिल करने वाली उस विदेशी कंपनी का नाम उजागर नहीं किया।
दरअसल इस साल सितंबर में, भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT सर्विस कंपनी, इंफोसिस ने इंफोसिस प्लेटफॉर्म और AI सॉल्यूशन का लाभ उठाते हुए आधुनिकीकरण और बिजनेस ऑपरेशन सर्विस के साथ बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करने के लिए एक वैश्विक कंपनी (जिसका उन्होंने नाम नहीं लिया था) के साथ 1.5 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की थी। यह डील 15 साल की अवधि के लिए थी।
एक एक्सचेंज फाइलिंग में इंफोसिस ने कहा, “ग्लोबल कंपनी ने अब समझौता ज्ञापन (MoU) को समाप्त करने का फैसला किया है और दोनों कंपनियां मास्टर समझौते का पालन नहीं करेंगी।”
“यह एक ग्लोबल कंपनी के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) के संबंध में “कंपनी अपडेट” शीर्षक वाले 14 सितंबर, 2023 के पत्र के माध्यम से इंफोसिस द्वारा किए गए खुलासे के क्रम में है, जो एक मास्टर समझौते में प्रवेश करने वाले पक्षों के अधीन था।” हालांकि फाइलिंग में डील रद्द करने की वजह का जिक्र नहीं किया गया है।
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पिछले हफ्ते, इंफोसिस ने घोषणा की कि उसने ऑटो पार्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर LKQ यूरोप से पांच साल का सौदा हासिल किया है। इसके अन्य हालिया बड़े सौदों में लंदन स्थित लिबर्टी ग्लोबल के साथ पांच साल के लिए 1.64 अरब डॉलर का सौदा शामिल है।
डील का रद्द होना वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चित आर्थिक स्थिति को उजागर करता है, जिसने IT सेक्टर के प्रदर्शन को प्रभावित किया है।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस द्वारा साइन किए गए कुल कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू 7.7 अरब डॉलर थी। हालांकि सभी प्रमुख आईटी कंपनियों की TCVs अच्छी तरह से बढ़ रही है, लेकिन मजबूत राजस्व वृद्धि में परिवर्तन स्पष्ट नहीं था।
इस साल की शुरुआत में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भी घोषणा की थी कि बीमा कंपनी ट्रांसअमेरिका ने 2 अरब डॉलर का सौदा रद्द कर दिया है। इस सौदे पर 2018 में हस्ताक्षर किए गए थे और TCS स ने इस सौदे पर साढ़े पांच साल तक काम किया था।