कोविड-19 महामारी, लॉकडाउन और प्रवासी श्रमिकों के अपने गांवों को लौट जाने के चलते चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अधिकतर इंजीनियरिंग कंपनियों की आय प्रभावित होगी और वह घाटे में रह सकती हैं। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेस ने अपनी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। रिपोर्ट के मुताबिक श्रमिकों की कमी और लॉकडाउन की वजह से अधिकतर इंजीनियरिंग कंपनियों को अपने कामकाज को सुचारू रूप से चलाने में दिक्कत आई है, जिससे उनकी आय प्रभावित होगी। वहीं ऐसी इंजीनियरिंग कंपनियां जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम करती हैं और किसी भी तरह अपना काम (भले आंशिक रूप से भी) जारी रखने में सफल रही हैं, उनकी स्थिति कई गुना बेहतर रहने की उम्मीद है। फिर भी उनके शुद्ध लाभ में 2019-20 की पहली तिमाही की तुलना में गिरावट देखने को मिलेगी। रिपोर्ट में कहा गया है, लॉकडाउन ने इंजीनियरिंग और पूंजीगत सामान बनाने वाली कई कंपनियों के कामकाज को दो महीने बुरी तरह प्रभावित किया। इसलिए चालू वित्त वर्ष की इस पहली तिमाही को अधिकतर इंजीनियरिंग कंपनियां खराब प्रदर्शन के चलते भूलना चाहेंगी।
