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Flipkart 8 अक्टूबर से शुरू करेगा ‘बिग बिलियन डे’, Amazon भी करेगा सेल

त्योहारों की शुरुआत से पहले फ्लिपकार्ट ने कहा था कि वह 1 लाख अस्थायी रोजगार का सृजन करेगी।

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- September 28, 2023 | 10:50 PM IST

ई-कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी फ्लिपकार्ट 8 अक्टूबर से अपने ‘बिग बिलियन डे’ की शुरुआत करेगी। यह कार्यक्रम 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा। फ्लिपकार्ट प्लस सदस्य 7 अक्टूबर से इस ‘बिग बिलियन डे’ में मिल रहे छूट आदि का लाभ उठा सकेंगे।

पिछले 15 वर्षों के दौरान भारत में ‘बिग बिलियन डे’ का 10वां संस्करण होगा। समझा जा रहा है कि पूरे देश में करोड़ों ग्राहक, विक्रेता, एमएसएमई और किराना आपूर्ति साझेदार इस विशेष सेल में जमकर हिस्सा लेंगे।

फ्लिपकार्ट की प्रतिस्पर्द्धी एमेजॉन भी 8 अक्टूबर से ही ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ (जीआईएफ) के नाम से इसी तरह का सेल आयोजित कर रही है। जो लोग एमेजॉन प्राइम सदस्य हैं वे 7 अक्टूबर से इसमें खरीदारी कर पाएंगे। फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्याधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘इस साल का बिड बिलियन डे खास है। हमारा यह 10वां संस्करण न केवल फ्लिपकार्ट के लिए विशेष मायने रखता है बल्कि पूरे ई-कॉमर्स क्षेत्र के लिए यह महत्त्वपूर्ण साबित होगा।‘

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा आयोजन है जो हमारे मंच पर सामान बेचने वाली इकाइयों से लेकर एमएसएमई, किराना साझेदार, नए एवं पुराने ब्रांड सभी को कारोबार करने का एक बेहतरीन मौका देता है। कृष्णमूर्ति ने कहा कि इससे देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था का विकास करने में भी मदद मिलती है।

त्योहारों की शुरुआत से पहले फ्लिपकार्ट ने कहा था कि वह 1 लाख अस्थायी रोजगार का सृजन करेगी। कंपनी ने कहा था कि इसकी ऑर्डर लेने से लेकर ग्राहकों तक सामान पहुंचाने तक पूरे तंत्र में ये रोजगार के ये अवसर पैदा होंगे।

इस कार्यक्रम की शुरुआत से पहले फ्लिपकार्ट पूरे देश में अपने आपूर्ति तंत्र में नई भर्तियां और लाखों अस्थायी रोजगार के अवसर तैयार करने की दिशा में काम कर रही है।

कंपनी ने कहा कि इससे उसे त्योहारों के दौरान मांग पूरी करने में मदद मिलेगी। ई-कॉमर्स इकाइयों को उम्मीद है कि इस त्योहारी मौसम में वे 90,000 करोड़ रुपये तक की बिक्री कर पाएंगे। रेडसियर स्ट्रैटेजी कंसल्टैंट्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ई-कॉमर्स खुदरा कारोबारियों को पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री 18-20 प्रतिशत अधिक रह सकती है।

भारत में सबसे पहले ई-कॉमर्स त्योहारी सीजन सेल की शुरुआत 2014 में हुई थी। रेडसीर ने कहा कि 2014 में ई-कॉमर्स उद्योग का कुल ग्रॉस मर्केंडाइज वैल्यू (जीएमवी) 27,000 करोड़ रुपये रहा ता जो इस साल 5,25,000 करोड़ रुपये तक रह सकता है।

First Published : September 28, 2023 | 10:50 PM IST