प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट देश के सबसे बड़े डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म फोनपे को अलग कंपनी बनाएगी। कंपनी ने उसका मूल्यांकन 5.5 अरब डॉलर निर्धारित किया है। इस कदम से फोनपे को अपनी वृद्धि को रफ्तार देने के लिए समर्पित एवं दीर्घकालिक पूंजी हासिल करने में मदद मिलेगी। कंपनी 2023 में सूचीबद्ध होने की भी संभावनाएं तलाश रही है।
उद्योग सूत्रों के अनुसार, इस निवेश दौर में फोनपे 5.5 अरब डॉलर के रकम पूर्व मूल्यांकन पर फ्लिपकार्ट के मौजूदा निवेशकों से 70 करोड़ डॉलर जुटा रही है। इन निवेशकों में टाइगर ग्लोबल और दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा कंपनी वॉलमार्ट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि फोनपे का रकम पूर्व मूल्यांकन 4.8 अरब डॉलर है। ताजा रकम फोनपे को 35 करोड़ डॉलर के दो किस्तों में प्राप्त होगी। इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘इस दौर में फ्लिपकार्ट इक्विटी की कोई द्वितीयक बिक्री नहीं करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘अब इस पहल से फोनपे को सीधे तौर पर निवेशकों से रकम हासिल होगी जबकि पहले उसे फ्लिपकार्ट के जरिये रकम हासिल होती थी’ इस वित्त पोषण से फोनपे को गूगल पे, एमेजॉन पे और अलीबाबा के निवेश वाली पेटीएम जैसी प्रतिस्पर्धियों को टक्कर देने में मदद मिलेगी। यह कंपनी को लगभग 700 लोगों को नियुक्त करने, वित्तीय सेवाओं का विस्तार करने और लघु एवं मझोले कारोबारियों के लिए समाधान तैयार करने में भी मदद करेगा।
