मुंबई के जियो वर्ल्ड ड्राइव में एक सप्ताह बाद भारत का पहला पूर्ण स्वामित्व वाला ऐपल स्टोर खुलने जा रहा है। इस लॉन्च की खबर ने तमाम उपभोक्ताओं को उत्साहित कर दिया है।
ऐपल ने एक वक्तव्य जारी करके कहा, ‘मुंबई की विशिष्ट पहचान बन चुकी काली-पीली टैक्सी से प्रेरित ऐपल बीकेसी में तमाम रंगीन रचनात्मकता और ऐपल के विभिन्न उत्पाद और सेवाएं शामिल होंगी जिन्हें ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाएगा।
ऐपल ‘हैलो मुंबई’ के उद्बोधन से लोगों का स्वागत किया जाएगा। नया स्टोर खुलने का जश्न मनाने के लिए आगंतुक नए ऐपल बीकेसी वॉलपेपर डाउनलोड कर सकेंगे और ऐपल म्यूजिक पर विशेष रूप से तैयार प्लेलिस्ट में मुंबई पर आधारित सुरों का आनंद ले सकेंगे।’
इससे पहले ऐपल स्टोर की ऐसी लॉन्चिंग मार्च 2023 में दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल के गंगनम में हुई थी। स्टोर की 150 सदस्यों वाली रिटेल टीम के सदस्य एक दर्जन से अधिक भाषाएं बोलते हैं जो तमाम तरह के उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान कर सकेंगे।
भारतीय उपभोक्ता केवल उत्पाद ही नहीं खरीद सकेंगे बल्कि उन्हें रचनात्मक पेशेवरों से मशविरा भी मिल सकेगा। इन पेशेवरों को रचनात्मक कलाओं में प्रवीणता होगी। ग्राहकों को विभिन्न सत्रों, सम्मेलनों और सामुदायिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा।
अचल संपत्ति डेटा और विश्लेषण कंपनी प्रॉपक्विटी के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने इसे ‘बड़ा, सकारात्मक कदम’ करार देते हुए कहा, ‘अचल संपत्ति बाजार में एक बार फिर तेजी आने लगी है। उम्मीद है कि ऐपल आने वाले दिनों में और अधिक स्टोर लाएगी। चूंकि ऐपल अन्य सामान्य रिटेल स्टोर की तुलना में अधिक किराया देती है, वह भी अच्छी जगहों पर तो ऐसे में अन्य विदेशी रिटेल कंपनियां भी स्टोर खोलने के लिए उत्साहित होंगी।’
जसूजा यह भी कहते हैं कि इस कदम का असर संपत्ति बाजारों पर भी पड़ेगा जो किराये से निर्धारित होते हैं। वह कहते हैं, ‘अगर वे बड़ी जगहों पर स्टोर खोल रहे हैं और मान लेते हैं कि 50 फीसदी तक अधिक किराया चुका रहे हैं तो वहां दरों में इजाफा होगा हालांकि यह बहुत तेजी से नहीं होगा क्योंकि इस ब्रांड को भी विस्तार करने में समय लगेगा।’
अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के स्टोर की बहुत मांग है और इसका उस जगह पर काफी असर होगा। जसूजा कहते हैं, ‘जगह की प्राथमिकता भी ब्रांड की मौजूदगी के साथ जुड़ी हुइ है। यह इस बात का प्रतीक है कि वह जगह श्रेष्ठ है और ग्राहकों की नजर में उस मॉल का स्तर भी बढ़ जाएगा।’
नाइट फ्रैंक इंडिया के शोध निदेशक विवेक राठी कहते हैं कि यह घटना भारतीय उपभोक्ताओं की आकांक्षाओं को भी महत्त्व प्रदान करती है। वह कहते हैं, ‘अचल संपत्ति की कई परियोजनाएं अब ऐसे आकांक्षी ग्राहकों के रुझान को प्रदर्शित करती हैं और आपूर्ति क्षेत्र भी ऐसे मानक तैयार करने का हौसला देता है।’