दूरसंचार कंपनियों द्वारा दर वृद्धि का अनुमान

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 5:07 PM IST

विश्लेषकों को 5जी स्पेक्ट्रम की 1.5 लाख करोड़ रुपये की नीलामी के बाद दर वृद्धि के अन्य दौर की संभावना दिख रही है। 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार को संपन्न हो गई। क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक मनीश गुप्ता ने कहा, ‘स्पेक्ट्रम खरीद में बड़े निवेश को देखते हुए हमें विश्वास है कि दूरसंचार कंपनियां 5जी सेवाओं के लिए अलग अलग कीमत वसूलेंगी। वास्तव में, 5जी सेवाओं का चयन 4जी दरों के मुकाबले महंगा होगा। 5जी के व्यापक इस्तेमाल को सुनि​श्चित करने के प्रयास में, दूरसंचार कंपनियां 4जी सेवाओं के लिए भी कीमतें बढ़ा सकती हैं, भले ही दिसंबर 2019 और नवंबर 2021 में दो बार दर वृद्धि की जा चुकी है। हमें चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 4जी सेवाओं के लिए दर वृद्धि किए जाने की संभावना है।’ 

दूरसंचार कंपनियों ने वि​भिन्न बैंडों में 1.5 लाख करोड़ रुपये में 51,236 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा। रिलायंस जियो नीलामियों में सबसे आगे रही और उसने 88,078 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा। भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने 43,084 करोड़ रुपये और 18,799 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम खरीदे थे। नोमुरा ग्लोबल मार्केट्स रिसर्च का अनुमान है कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को स्पेक्ट्रम खरीद के बाद अपने कुल ग्राहक आधार पर 4 प्रतिशत दर वृद्धि या 1.5जीबी प्रतिदिन 4जी प्लान के मुकाबले 30 प्रतिशत की वृद्धि करनी होगी।  

सरकार ने 21 सितंबर के बाद सभी खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए स्पेक्ट्रम यूसेज चार्ज (एसयूसी) समाप्त कर दिया है और नोमुरा का अनुमान है कि बड़ी एसयूसी बचत के साथ कंपनियों के लिए शुद्ध सालाना खर्च करीब 7,500 करोड़ रुपये होगा। नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘ऐतिहासिक तौर पर, भारतीय दूरसंचार कंपनियों ने 4जी प्लान के लिए ज्यादा पैसा वसूलने से परहेज किया है। हमारी नजर में ऑफर पर संभावित ज्यादा स्पीड और महंगे ग्राहकों (15,000 रुपये से अ​धिक कीमत के स्मार्टफोन) से शुरुआती वृद्धि के साथ, दूरसंचार कंपनियों के लिए 5जी के संदर्भ में अ​धिक (4जी के मुकाबले) शुल्क वसूलने की संभावना है। 5जी दर वाले प्लान पर अल्पाव​धि में नजर रखे जाने की जरूरत होगी और 4जी के मुकाबले दूरसंचार कंपनियों के लिए 5जी प्रीमियम एआरपीयू के संदर्भ में अंतर आ सकता है। ‘ 

गोल्डमैन सैक्स इक्विटी रिसर्च के मुताबिक, 5जी से वैश्विक दूरसंचार कंपनियों के पूंजीगत खर्च में कोई बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है और भारत में ऐसे ही ट्रेंड देखने को मिलेंगे। गोल्डमैन सैक्स ने कहा, हम कैलेंडर वर्ष 2022 के आखिर से पहले टैरिफ में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं और हमारा मानना है कि यह इस क्षेत्र के लिए अगला उत्प्रेरक होगा।

First Published : August 3, 2022 | 11:13 AM IST