राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा निवेश कोष (एनआईआईएफ) ने एस्सेल देवनहल्ली टोलवे और एस्सेल डिचपल्ली टोलवे का अधिग्रहण एस्सेल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स से कर लिया है, जो सुभाष चंद्रा के कर्ज से लदे एस्सेल समूह की कंपनी है।
एनआईआईएफ ने इसके पहले निजी ऑपरेटरों से और सरकार की टोल ऑपरेट ट्रांसफर (टीओटी) मुद्रीकरण योजना से परिचालन वाली राजमार्ग परियोजनाओं को लेकर राजमार्ग क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस अधिग्रहण के साथ एनआईआईएफ ने सड़क एवं राजमार्ग क्षेत्र में अपने पोर्टफोलियो बनाने की दिशा में पहला कदम रख दिया है। एनआईआईएफ की सड़क प्लेटफॉर्म की प्रोपराइटी अथांग इन्फ्रास्ट्रक्चर इन परियोजनाओं का प्रबंधन करेगी।
यह सौदा एनआईआईएफ मास्टर फंड के माध्यम से किया गया है, जो करीब 1,500 से 1,800 करोड़ रुपये का है, जिसके आंकड़े कंपनी ने जारी नहीं किए हैं। इससे जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, ‘इससे एस्सेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का कर्ज उल्लेखनीय रूप से घट गया है।’
एस्सेल देवनहल्ली टोलवे कर्नाटक में 6 लेन की 22 किलोमीटर लंबी परियोजना है, जो बेंगलूरु सिटी को उसके हवाईअड्डे से जोड़ती है। यह सड़क एनएच 44 (पहले एनएच7) का हिस्सा है, जो 6 साल से परिचालन में है और यह बेंगलूरु सिटी और हवाईअड्डे के बीच आवाजाही का बोझ उठाती है।
एस्सेल डिचपल्ली टोलवे तेलंगाना में 60 किलोमीटर लंबी 4 लेन की टोल रोड है, जो 7 साल से ज्यादा समय से परिचालन में है। यह दो औद्योगिक केंद्रों हैदराबाद और नागपुर को जोड़ती है और इससे लंबी दूरी की वाणिज्यिक ढुलाई होती है।
एनआईआईएफ एक निवेश प्लेटफॉर्म है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय और भारतीय निवेशकों ने निवेश किया है और इसका प्रबंधन केंद्र सरकार करती है। यह तीन फंडों, मास्टर फंड, फंड आफ फंड्स और स्ट्रैटेजिक अपॉच्र्यूनिटीज फंड के 4.3 अरब डॉलर से ज्यादा की पूंजीगत प्रतिबद्धताओं का प्रबंधन करती है। हर फंड के लिए अलग निवेश रणनीति है। एनआईआईएफ मास्टर फंड प्राथमिक रूप से प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों जैसे परिवहन और ऊर्जा में परिसंपत्तियों का परिचालन करती है। वहीं एनआईआईएफ फंड आफ फंड्स क्लाइमेट इन्फ्रास्ट्रक्चर, मिडिल इनकम और सस्ते आवास, डिजिटल कंज्यूमर प्लेटफार्मों व अन्य संबंधित क्षेत्रों में निवेश करता है। वहीं इसका तीसरा फंड एनआईआईएफ स्टैटेजिक अपॉच्र्यूनिटीज फंड निजी इक्विटी फंड है।
सड़क क्षेत्र के साथ एनआईआईएफ मास्टर फंड बंदरगाहोंं, लॉजिस्टिक्स, अक्षय ऊर्जा और स्मार्ट मीटर क्षेत्र में निवेश किया है। एनआईआईएफ के मैनेजिंग पार्टनर विनोद गिरि ने कहा, ‘अथांग रणनीतिक संपत्तियों में निवेश करेगी।’
