सोशल मीडिया पर लोगों की बढ़ती गतिविधियों को भुना रहे ब्रांड

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 4:03 AM IST

चाहे वह फेसबुक टाइमलाइन हो, ट्वीट हो या तस्वीरों के फ्लिप हों, लॉकडाउन में किसी भी व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी को सोशल मीडिया पर मिनट-दर-मिनट देखा जा सकता है। लोग ऑनलाइन सामूहिक गतिविधियों में संलग्न हैं, लोकप्रिय हस्तियां व्यंजन रेसिपी के वीडियो बनाने और घरेलू कामों में अधिक व्यस्त हैं। इससे न सिर्फ सोशल मीडिया विश्लेषकों के लिए और ज्यादा सामग्री तैयार हो रही है बल्कि ब्रांडों के लिए भी काफी अहम है जिससे वे अपने ग्राहकों की पसंद-नापसंद के और करीब पहुंच सकते हैं और अपना विस्तार कर सकते हैं।
फेसबुक इंडिया में पार्टनर तथा प्रमुख (साझेदारी) मनीष चोपड़ा कहते हैं, ‘लोग खुद की अनुभूतियों को व्यक्त करने के लिए हमारे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। यह उनकी मनोस्थिति को दर्शाता है। इसलिए शुरुआत में हमने लोगों को अपनी घरेलू वर्कआउट टिप्स साझा करते हुए देखा। लोग कॉफी, केले की ब्रेड आदि बना रहे थे और क्वारंटीन में अंतराक्षरी खेल रहे थे। वे कई तरह के लाइव मनोरंजन का अनुभव ले रहे थे जिनमें से कई शो लोकप्रिय हस्तियां तथा रचनाकार करा रहे थे।’
लोगों का एक समूह पहले की तुलना में ज्यादा कारणों से सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अधिक समय बिता रहा है। ब्रांड किसी भी ट्रेंडिंग विषय को बहुत जल्दी पकड़ते हैं और उनकी मदद से अपने ग्राहकों को जोडऩे की जुगत में लग जाते हैं। मिसाल के तौर पर, एशियन पेंट्स, गोदरेज कंज्यूमर, जोमेटो, स्विगी समेत कई ब्रांड्स के विज्ञापनों में फिटनेस तथा  घरेलू काम
की अपील को शामिल किया गया है।  लोकप्रिय हस्तियों की जीवनशैली पर काफी जोर दिया जा रहा है और लॉकडाउन के चलते घरों में रह रही इन हस्तियों की सोशल मीडिया पर बढ़ती उपस्थिति को भी ब्रांड भुनाने में लगे हैं। जन्मदिन के जश्न और सितारों के साथ एकजुटता के वीडियो और उनके प्रशंसकों से लाभ उठाने के लिए ब्रांडों में होड़ लगी हुई है।
चोपड़ा कहते हैं, ‘अब हम एक ऐसे चरण में हैं जहां ब्रांड ब्रांडेड सामग्री की कीमत पहचान रहे हैं और उनके लिए व्यक्तिगत स्त पर अपना मूल्य प्रदर्शित करना बहुत अच्छा है।’ उदाहरण के लिए, गोदरेज ने अपने हेयर प्रोडक्ट गोदरेज एक्सपर्ट रिच क्रीम के लिए करण जौहर के साथ एक सशुल्क साझेदारी की है। जौहर अपने भूरे-सफेद होते बालों के बारे में बात करते हैं और फिर हेयर कलर ब्रांड का जिक्र करते हैं। क्विक सर्विस रेस्तरां (क्यूएसआर) शृंखला, केएफसी ने शेफ कुणाल कपूर के साथ मिलकर एक अभियान चलाया और इसमें अभिनेता अक्षय कुमार, ट्विंकल खन्ना और करीना कपूर के साथ कई अन्य लोग भी शामिल हैं।
कैंटार में उपाध्यक्ष (इनसाइट्स डिविजन) अखिल अल्मेडा कहते हैं, ‘लोग पहले से कहीं जायादा मीडिया (डिजिटल सहित) का उपभोग कर रहे हैं, जिससे ब्रांड के लिए उपभोक्ताओं के साथ सार्थक तरीके से बातचीत करने के अवसर विकसित हुए हैं।’ कोई भी काम, लोगों को ऑनलाइन जाने से नहीं रोकता।
टिकटॉक और अन्य चीनी स्वामित्व वाले ऐप्स पर प्रतिबंध के बाद ऑनलाइन व्यवहार पर कैंटार द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंस्टाग्राम पर बिताया गया औसत समय दोगुना हो गया और प्रतिबंध के बाद फेसबुक पर बिताए समय में 35 फीसदी की तेजी देखी गई। जब सरकार ने चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया तो लोगों ने अपनी रुचि को बदल दिया। इससे ब्रांडों को लोगों के बारे में समझ विकसित करने मे मदद की।
मैकगैरीबॉइन इंडिया में जीएम प्रगति राणा कहती हैं कि लोग इन प्लेटफार्मों पर तीन अहम तरीकों से समय बिता रहे हैं। पहला तरीका सक्रिय जुड़ाव का है क्योंकि आप दिलचस्प चीजों को करना चाहते हैं। दूसरा अपने आप को व्यक्त करना है कि आप कौन हैं और तीसरे तरीके में हम बिना किसी उद्देश्य के अवचेतन मस्तिष्क से स्वयं को प्रदर्शित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों से जुडऩे के लिए ब्रांडों को इन जरूरतों को पूरा करना चाहिए तथा इस ओर ध्यान देना चाहिए।
प्रत्यक्ष पहुंच के साथ साथ, ब्रांड सोशल मीडिया चैटर की सहायता से अपनी ऑनलाइन इंगेजमेंट के तरीके, टोन एवं पिच के बारे में भी जानकारी जुटा रहे हैं। इसलिए वीडियो इंगेजमेंट का एक लोकप्रिय तरीका बन गया है। कंतार की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी ऐप पर प्रतिबंध के बाद, यूट्यूब पर बहुत अधिक इंगेजमेंट देखी गई। यह पहले से ही देश में सबसे लोकप्रिय डिजिटल वीडियो प्लेटफॉर्म है लेकिन प्रतिबंध के बाद यूजर द्वारा इसे देखने के औसत समय में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
अल्मेडा कहते हैं, ‘रोचक तथ्य यह है कि सोशल मीडिया उपयोग का एक बड़ा हिस्से वीडियो द्वारा संचालित है।’ चोपड़ा के अनुसार, लॉकडाउन ने लोगों को विभिन्न तरीकों से खुद को व्यक्त करने में सक्षम बनाया है और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने इसे प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा, ‘फेसबुक और इंस्टाग्राम अभिव्यक्ति के मंच हैं और हम देख रहे हैं कि लोग अपने परिवार और दोस्तों से जुडऩे के लिए इनका उपयोग करते हैं।’ इंस्टाग्राम रील्स के साथ, वह इसी में एक कदम आगे जाने की उम्मीद कर रहे हैं। इन प्लेटफार्मों के बढ़ते उपयोग और लोगों के जुड़ाव की विविधता निश्चित रूप से ब्रांडों तथा प्लेटफार्मों के लिए एक वरदान है, लेकिन हेट स्पीच तथा झूठी पहचान की तेजी से बढ़ती समस्या को हल करना भी बेहद जरूरी है।

First Published : July 31, 2020 | 11:48 PM IST