बजाज समूह ने ‘बजाज बियॉन्ड’ के तहत कौशल विकास पर विशेष ध्यान देते हुए पांच साल में सामाजिक कार्यक्रमों के लिए 5,000 करोड़ रुपये देने का वादा किया है। बजाज बियॉन्ड समूह की सभी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) और परोपकारी कार्यक्रमों के लिए समूह की नई पहचान है।
इसका उद्देश्य दो करोड़ से अधिक युवाओं को लाभान्वित करना और उन्हें भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था द्वारा पेश किए जाने वाले रोजगार और उद्यमशीलता के अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम बनाना है।
पुणे के पास आकुर्डी परिसर में बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने कहा, ‘सीएसआर का मतलब रचनात्मक सामाजिक सुधार होना चाहिए। अकेले शब्द ही दुनिया को नहीं बदलते, जब तक कि उन शब्दों को अमल में न लाया जाए।’ बजाज ऑटो लिमिटेड के चेयरमैन नीरज बजाज ने कहा कि बजाज की विरासत के संचालकों के रूप में हम समाज को वापस देने की अपनी जिम्मेदारी समझते हैं।
हमारी नई पहल बजाज बियॉन्ड वास्तव में महज प्रशिक्षण कार्यक्रमों से कहीं आगे है। हमने एक ऐसा समग्र दृष्टिकोण पेश किया है जो छोटे शहरों और कस्बों से पहली पीढ़ी के स्नातकों को अपनी पूरी क्षमता अनुभव करने के लिए प्रशिक्षित और तैयार करेगा। बजाज इलेक्ट्रिकल्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शेखर बजाज ने बताया कि उनकी इस पहल ने ‘रूपांतरकारी’ प्रभाव प्रदर्शित किया है।
पिछले 10 साल के दौरान बजाज समूह ने विभिन्न सीएसआर कार्यक्रमों के लिए करीब 4,000 करोड़ रुपये का योगदान किया है जो अधिकांश रूप से कौशल विकास और शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, जल संरक्षण तथा विकास के कई अन्य क्षेत्रों पर केंद्रित है।
हाल के दिनों के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक बजाज इंजीनियरिंग स्किल्स ट्रेनिंग (बेस्ट) कार्यक्रम (साल 2023 में पेश किया गया) रहा है। इसका उद्देश्य उद्योग 4.0 से संबंधित नवीनतम प्रौद्योगिकी में इंजीनियरिंग और डिप्लोमा स्नातकों का कौशल बढ़ाना है। पुणे में एक प्रमुख केंद्र (120 छात्रों वाला) के साथ यह कार्यक्रम अब पूरे भारत में 15 केंद्र खोलने की योजना के साथ आगे बढ़ रहा है।
जून में आएगी बजाज ऑटो की सीएनजी मोटरसाइकिल
बजाज ऑटो सीएनजी से चलने वाली दुनिया की पहली मोटरसाइकिल जून में पेश करेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले महीने एक टेलीविजन पर बातचीत में बजाज ने कहा था कि इसमें गैसोलीन मोटरसाइकिल की तुलना में कार्बन डाइऑक्साइड करीब 50 प्रतिशत कम, कार्बन मोनोऑक्साइड करीब 75 प्रतिशत कम और नॉन-मीथेन हाइड्रोकार्बन करीब 90 प्रतिशत कम रहता है।
उन्होंने कहा कि नई बाइक किफायती सफर को लेकर जागरूक ग्राहकों को लक्षित करेगी और अलग ब्रांड के तहत बाजार में पेश की जा सकती है। बजाज ने कहा कि इस मोटरसाइकिल की विनिर्माण लागत अधिक होने से इसकी कीमत पेट्रोल वाली मोटरसाइकिल की तुलना में ज्यादा हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि 20 साल पहले आई पल्सर बाइक की बिक्री के जल्द ही 20 लाख का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।