देश की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों में शुमार एथर एनर्जी, जो दोपहिया वाहनों पर ध्यान केंद्रित करती है, ने कहा है कि वह राइट्स इश्यू के जरिये मौजूदा शेयरधारकों – हीरो मोटोकॉर्प और जीआईसी से 900 करोड़ रुपये जुटा रही है। एथर इस पैसे का इस्तेमाल नए उत्पादों की शुरुआत करने, अपने चार्जिंग बुनियादी ढांचे और खुदरा नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रही है।
एथर एनर्जी के मुख्य कार्याधिकारी और सह-संस्थापक तरुण मेहता ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों ने प्रदर्शित किया है कि भारत में ईवी रूपांतरण कितनी तेजी से हो सकता है और दोपहिया वाहन इसका नेतृत्व कैसे करेंगे।
Also read: एथर एनर्जी का राजस्व 4.4 गुना, घाटा 2.5 गुना बढ़ा
उन्होंने कहा कि हमारा हमेशा ही यह विश्वास रहा है कि इस रूपांतरण की अगुआई भारत में डिजाइन और निर्मित किए गए उत्पादों और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी द्वारा किया जाएगा तथा यह वर्ष 2023-24 में नियोजित अनुसंधान और विकास पर हमारे सबसे अधिक परिव्यय की वजह से अलग नहीं रहेगा। यह दौर हमारी मौजूदगी का विस्तार करते हुए अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने की अनुमति प्रदान करेगा।
वित्त वर्ष 23 के दौरान एथर में तेज वृद्धि देखी गई है। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 22 के 408 करोड़ रुपये के मुकाबले 4.4 गुना बढ़कर 1,783 करोड़ रुपये हो गया है। एथर ने अपनी खुदरा मौजूदगी में भी चार गुना विस्तार किया है। पिछले साल इसके 30 स्टोर थे, जो अब बढ़कर 130 स्टोर हो गए हैं। वर्तमान में एथर एनर्जी के 100 से अधिक शहरों में 200 से अधिक खुदरा टचप्वाइंट हैं और 1,500 से अधिक एथर ग्रिड के साथ इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए सबसे बड़ा सार्वजनिक फास्ट-चार्जिंग नेटवर्क है।