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ऐपल के उपयोगकर्ताओं को क्यूपर्टिनो की iPhone विनिर्माता से एक और सौगात मिलने वाली है। इस संबंध में जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक ऐपल भारत में अपनी ऐपल पे (Apple Pay) सेवा शुरू करने पर विचार कर रही है और नैशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ बातचीत कर रही है।
हालांकि ऐपल पे, फोन पे, गूगल पे, व्हाट्सऐप पे, पेटीएम जैसी कंपनियों के साथ बेहद प्रतिस्पर्धी खंड में प्रवेश करेगी, लेकिन स्टोर खोलने के बाद यह भारत में कंपनी की तरफ से एक और बड़ी शुरुआत है।
ऐपल इंडिया के प्रवक्ता ने बयान में कहा है कि उन्हें ऐपल पे पर या NPCI के साथ बातचीत के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करनी है।
जानकार सूत्रों ने यह भी कहा कि ऐपल पे की शुरुआत कंपनी के लिए स्वाभाविक कदम होगा। नाम न छापने की शर्त पर एक सूत्र ने कहा कि ऐपल पे की चर्चा कुछ समय से चल रही है। ऐपल पे को ज्यादा अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है तथा यह आईफोन और ऐपल वॉच के जरिये भुगतान का संपर्क रहित तरीका है।
भारत एशिया प्रशांत क्षेत्र के उन प्रमुख बाजारों में शामिल है, जहां ऐपल पे नहीं है। यह हॉन्ग कॉन्ग, जापान, मलेशिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, ताइवान, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, चीन जैसे देशों में पहले से ही है।
दूसरी तिमाही के आय परिणाम की अपनी बैठक के दौरान ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक ने कहा था कि भारत में कारोबार को देखते हुए हमने तिमाही रिकॉर्ड बनाया, पिछले साल की तुलना में बहुत दमदार रूप में दो अंकों में वृद्धि की।
हमें देश में कई चैनल साझेदार मिले हैं और उनके साथ हम साझेदारी कर रहे हैं तथा कुल मिलाकर यह जिस तरह से चल रहा है, उससे हम बहुत खुश हैं। कुल मिलाकर, मैं वहां ब्रांड के प्रति जो उत्साह देख रहा हूं, उसके लिए बेहद प्रसन्न और उत्साहित हूं। बहुत सारे लोग मध्य वर्ग में आ रहे हैं और मुझे वास्तव में लगता है कि भारत निर्णायक मोड़ पर है और वहां रहना बहुत अच्छा बात है।
जनवरी 2023 में यूपीआई लेनदेन की मात्रा लगभग 800 करोड़ थी। यूपीआई लेनदेन के बाजार की अधिकांश हिस्सेदारी फोन पे, गूगल पे और पेटीएम के पास है।