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अदाणी पोर्ट्स का Rorix Holdings के साथ करार, लॉजिस्टिक्स और ट्रेडिंग में आएगा बदलाव

रोरिक्स असल में इंटनैशनल होल्डिंग कंपनी/ सीरियस इंटरनैशनल होल्डिंग्स की सहायक कंपनी है। इनकी कुल मिलाकर 20 से ज्यादा सहायक कंपनियां हैं।

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प्राची पिसल   
Last Updated- September 21, 2024 | 6:56 AM IST

अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने अपने लॉजिस्टिक्स और कारोबारी प्लेटफॉर्म में प्रौद्योगिकी जोड़ने के लिए अबू धाबी की वैश्विक व्यापार सुविधा और वित्त कंपनी रोरिक्स होल्डिंग्स के साथ करार किया है।

यह करार यूएई-इंडिया बिजनेस फोरम के दौरान किया गया। एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि दोनों कंपनियों का मकसद उन्नत प्रौद्योगिकी को अपने लॉजिस्टिक्स और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में शामिल करने और तालमेल बनाने के लिए दोनों संगठनों का लाभ लेना है। इस तालमेल से जिंस बाजार का परिवेश बदल जाएगा।

रोरिक्स होल्डिंग्स के कार्यकारी चेयरमैन डॉ. थनी बिन अहमद अल जेयोदी ने कहा, ‘नियमिन वाले वित्तीय प्लेटफॉर्म और बाजार के बुनियादी ढांचे में हमारी विशेषज्ञता को लॉजिस्टिक्स और पोर्ट प्रबंधन में अदाणी पोर्ट्स की ताकत के साथ मिलकर हमारा लक्ष्य जिंसों के व्यापार, भंडारण औऱ प्रबंधन के तरीके में बदलाव लाने का है।’

रोरिक्स असल में इंटनैशनल होल्डिंग कंपनी/ सीरियस इंटरनैशनल होल्डिंग्स की सहायक कंपनी है। इनकी कुल मिलाकर 20 से ज्यादा सहायक कंपनियां हैं।

एपीएसईजेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने कहा, ‘रोरिक्स और अदाणी पोर्ट्स के बीच हुए इस करार से दुनिया भर में सबसे बड़ी एकीकृत परिवहन और लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचा कंपनियों में से एक बनने की हमारी महत्त्वाकांक्षा को बल मिला है, जो व्यापक सेवाएं प्रदान करती है।’

एपीएसईजेड भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है। पश्चिमी तट पर उसके सात बंदरगाह और टर्मिनल और पूर्वी तट पर आठ बंदरगाह और टर्मिनल हैं जिसके पास देश के कुल बंदरगाह कारोबार का 27 फीसदी है।

First Published : September 21, 2024 | 6:56 AM IST