देश की सबसे बड़ी दवा कंपनी सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज का समेकित शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 70 फीसदी बढ़ा, जिसमें 288 करोड़ रुपये के असाधारण टैक्स क्रेडिट की अहम भूमिका रही। एकल आधार पर भी शुद्ध लाभ 36 फीसदी बढ़ा। हालांकि राजस्व में वृद्धि कमजोर रही।
सन फार्मा के नतीजे विश्लेषकों के अनुमानों से बेहतर रहे हैं। इसके चलते कंपनी का शेयर बीएसई पर मंगलवार को 3.4 फीसदी चढ़कर 485 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का राजस्व समेकित आधार पर 6.4 फीसदी बढ़ा क्योंकि शेष विश्व और उभरते बाजारों में बिक्री बढ़ी है। सन फार्मा के दो प्रमुख बाजारों-भारत और अमेरिका में राजस्व में वृद्धि सपाट रही। भारत और अमेरिका का कंपनी की कुल बिक्री में 30 फीसदी हिस्सा है। हालांकि दूसरी तिमाही में सुधार के कुछ संकेत दिखे हैं।
कंपनी की भारत में बिक्री सालाना आधार पर महज एक फीसदी बढ़ी। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले छह फीसदी अधिक रही। इसी तरह अमेरिकी बाजारों में राजस्व वृद्धि सालाना आधार पर 33.5 करोड़ डॉलर के स्तर पर सपाट रही, लेकिन पिछली तिमाही की तुलना में 19 फीसदी अधिक रही। इसमें कंपनी के दो विशेष उत्पादों- इलूम्या और सेक्वा का अहम योगदान रहा।
उधर, भारतीय दवा नियामक ने एक्यूसीएच के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने का आवेदन खारिज कर दिया है। एक्यूसीएच एक हर्बल दवा है, जिस पर सन फार्मा कोविड-19 के इलाज के िलए परीक्षण कर रही है। सन फार्मा ने केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन में एक्यूसीएच के आपात इस्तेमाल का आवेदन दायर किया था।
डाबर इंडिया का शुद्ध मुनाफा बढ़ा
डाबर इंडिया के राजस्व और लाभ में जुलाई-सितंबर तिमाही में भारी बढ़ोतरी हुई है, जिसमें घरेलू बाजार में अच्छी बिक्री की अहम भूमिका रही है। आलोच्य अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 19.6 फीसदी बढ़कर 482.9 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में 403.6 करोड़ रुपये रहा था। नए लेखा मानदंडों को फिर से समायोजित करने से कर देनदारी में 51 फीसदी की भारी-भरकम बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद कंपनी के शुद्ध लाभ में शानदार बढ़ोतरी रही है। घरेलू बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने से डाबर का परिचालन राजस्व 13.7 फीसदी बढ़कर 2,516 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल सितंबर तिमाही में 2,212 करोड़ करोड़ रुपये रहा था। इसके भारतीय कारोबार में 18 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, जिसका कंपनी के राजस्व में 67 फीसदी हिस्सा है। घरेलू राजस्व 1,901 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में 1,612 करोड़ रुपये था। घरेलू बाजार का शुद्ध लाभ 20.6 फीसदी बढ़कर 393 करोड़ रुपये रहा। डाबर इंडिया के परिचालन में करीब 99 फीसदी हिस्सा रोजमर्रा के सामान (एफएमसीजी) का है। इसमें 19.8 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। ॅ
गोदरेज प्रॉपर्टीज का शुद्ध मुनाफा घटा
कोविड-19 के असर की वजह से गोदरेज प्रॉपर्टीज का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 80 फीसदी घटकर 7.10 करोड़ रुपये रहा। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 34.98 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की कुल आमदनी वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में 37 फीसदी गिरकर 250.23 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 395.11 करोड़ रुपये रही थी। गोदरेज प्रॉपर्टीज ने कहा कि उसने वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में 17.3 लाख वर्ग फुट की बुकिंग की, जिसकी कीमत 1,074 करोड़ रुपये थी। इसने आलोच्य अवधि में 1,373 आवासों की बिक्री की। इसकी तुलना में कंपनी ने पिछले साल की इसी तिमाही में 22.6 लाख वर्ग फुट परिसंपत्ति 1,446 करोड़ रुपये में बुक की थी। गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा, ‘रियल एस्टेट अब भी महामारी से प्रभावित हो रहा है, लेकिन यह गोजरेज प्रॉपर्टीज के लिए आवासीय रियल एस्टेट में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का शानदार मौका है।’
धनलक्ष्मी बैंक का लाभ 37 फीसदी घटा
धनलक्ष्मी बैंक का लाभ 30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही के दौरान 37 फीसदी गिरकर 14.01 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 22.07 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की कुल आमदनी गिरकर 265.22 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इस तिमाही में 276.85 करोड़ रुपये थी। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात तिमाही के दौरान 13.94 फीसदी से घटकर 13.72 फीसदी पर आ गया। दूसरी तिमाही में सकल एनपीए का प्रतिशत घटकर 6.36 फीसदी रहा।