वैश्विक दूरसंचार उपकरण विनिर्माता एरिक्सन का मानना है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से 5जी अपनाने वालों में शुमार होगा।
इसने देश में दूरसंचार परिचालकों द्वारा आपूर्ति श्रृंखला बाधाओं के संबंध में उठाई गई चिंताओं को भी दूर कर दिया, विशेष रूप से चीन में पुर्जों के कारखानों के अचानक बंद होने से पैदा हुई उन चिंताओं के संबंध में, जिनसे 5जी नेटवर्क के लिए भारत की आक्रामक रूप से लागू की जाने वाली योजनाओं पर असर पड़ सकता है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में शामिल होने यहां आए एरिक्सन के बाजार क्षेत्र प्रमुख (दक्षिण पूर्व एशिया, ओशिनिया और भारत) नुंजियो मिर्टिलो ने कहा, ‘भारत में 5जी का प्रसार दुनिया में किसी अन्य देश के मुकाबले तेजी से होगा। भारतीयों द्वारा नई प्रौद्योगिकी को अपनाने की इच्छा भी मजबूत बनी हुई है। 4जी के मामले में भी ऐसा देखने को मिला था, जिससे मोबाइल और नेटबैंकिंग लेनदेन में भारी तेजी को बढ़ावा मिला था।’
एरिक्सन के लिए, भारत राजस्व के संदर्भ में दुनिया के शीर्ष पांच बाजारों में शुमार है। उपकरणों की आपूर्ति से जुड़ी चिंताओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मिर्टिलों ने कहा, ‘हमने स्वयं को उस तरह के कारोबार के लिए तैयार किया है तो भारत के लिए जरूरी है। भारत में, अपने अनुबंध निर्माण भागीदार जबिल के जरिये हम निर्माण क्षमता से संपन्न हैं, जिसमें मांग को ध्यान में रखते हुए इजाफा करेंगे।’
मिर्टिलो ने कहा कि एरिक्सन अपने भारतीय निर्माण संयंत्र से 5जी नेटवर्क उपकरणों के लिए मांग पूरी करने की क्षमता से संपन्न है। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ कलपुर्जों का अभी भी निर्यात किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘भारतीय बाजार से बिक्री दुनिया में किसी अन्य क्षेत्र के मुकाबले काफी अधिक है।’