देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध आतिथ्य श्रृंखला इंडियन होटल्स कंपनी (IHCL Hotels) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) और 2025-26 की पहली छमाही सुस्त रही, जो उच्च आधार, मरम्मत कार्यों, भारी बारिश और वैश्विक अनिश्चितता के कारण प्रभावित हुई। हालांकि ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि दूसरी छमाही शादियों के मौसम, कमरों की संख्या में वृद्धि और बेहतर मौसमी यात्राओं के कारण कहीं बेहतर रहेगी।
IHCL Hotels शेयर (जो अभी 738 रुपये पर कारोबार कर रहा है) पिछले एक साल से पिछड़ रहा है। इस दौरान इसमें 7 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि ईआईएच और लेमन ट्री जैसे प्रतिस्पर्धियों ने क्रमशः 5.4 फीसदी और 24.7 फीसदी का रिटर्न दिया है। जनवरी में सूचीबद्ध होने के बाद से आईटीसी होटल्स में 19.6 फीसदी की वृद्धि हुई है।
वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में IHCL Hotels का एकल राजस्व सालाना आधार पर 7 फीसदी बढ़ा। वैश्विक चिंताओं, बारिश से जुड़ी बाधाओं, पिछले साल के आयोजनों के कारण उच्च आधार और 200 से ज्यादा कमरों के नवीनीकरण के लिए बंद होने के चलते कम इन्वेंट्री थी, लिहाजा होटल कारोबार में गिरावट आई।
कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में स्पष्ट बदलाव देखने को मिलेगा, जिसमें प्रति उपलब्ध कमरों (रेव पार) के राजस्व में दो अंकों की वृद्धि होगी, जिसे कमरों की मजबूत मांग और शादियों के सक्रिय मौसम का समर्थन प्राप्त होगा। 200 नवीनीकृत कमरों के फिर से सेवा में आने और 278 नए कमरे जुड़ने के साथ दूसरी छमाही में राजस्व वृद्धि दो अंकों में पहुंचने की उम्मीद है।
एकीकृत स्तर पर वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में राजस्व में 12 फीसदी की वृद्धि हुई। हालांकि इसका अधिकांश हिस्सा सहायक कंपनियों से आया और एकल वृद्धि 2 फीसदी पर सीमित रही। प्रमुख परिचालन संकेतक रेवपार, कमरे की औसत दर (एआरआर), और आॉक्युपेंसी सालाना आधार पर स्थिर या कम रहे। एआरआर 1 फीसदी घटकर 14,234 रुपये रह गया और एकल ऑक्युपेंसी 78 फीसदी पर बना रहा।
खाद्य और पेय पदार्थों की बिक्री में 2 फीसदी की मामूली वृद्धि हुई जबकि अन्य सेवाओं में 9 फीसदी का इजाफा हुआ। प्रबंधन शुल्क में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 24 फीसदी की वृद्धि हुई। कम राजस्व के बावजूद परिचालन लाभ में सालाना आधार पर 8 फीसदी का इजाफा हुआ और मार्जिन 170 आधार अंक बढ़कर 35 फीसदी पर पहुंच गया, जिसे निरंतर लागत नियंत्रण के प्रयासों का समर्थन मिला।
साल की बाकी अवधि के लिए एक प्रमुख प्रेरक नए होटलों का जुड़ना है। आईएचसीएल 3,000 कमरे खोलने की तैयारी में है, जिसमें वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में 18 नए होटल शुरू करने की योजना है जबकि पहली छमाही में 12 नए होटल शुरू किए जाने थे। इनमें से 504 कमरे स्वामित्व वाले पोर्टफोलियो के अंतर्गत आते हैं जबकि बाकी का प्रबंधन अनुबंध के तहत होता है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज़ ने इसे खरीद की रेटिंग दी है और वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में स्पष्ट सुधार की उम्मीद जताई है। विश्लेषक कौस्तुभ पावस्कर और अभिषेक शंकर का कहना है कि कमरों की मांग (जो सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है) कमरों की 8 फीसदी आपूर्ति से आगे रहनी चाहिए। वे प्रमुख बाजारों में नए कमरों के जुड़ने और प्रबंधन शुल्क आय में लगातार वृद्धि पर भी जोर देते हैं, जिससे 2024-25 से 2027-28 तक एकीकृत राजस्व में 16 फीसदी की सालाना वृद्धि हो सकती है। ब्रोकरेज ने इसकी लक्षित कीमत 915 रुपये तय की है।
दिल्ली में ताज पैलेस, गोवा में ताज फोर्ट अगौडा रिजॉर्ट्स ऐंड स्पा, मुंबई में प्रेसिडेंट सेलेक्शंस और उदयपुर में ताज लेक पैलेस जैसी पुनर्निर्मित संपत्तियां भी एक उत्प्रेरक हैं। मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एग्जिबिशन (एमआईसीई) गतिविधियों और एक विस्तृत विवाह कैलेंडर से भी सहयोग मिलने की उम्मीद है।
पूरी तरह से अपग्रेड किए गए पोर्टफोलियो से कमरों की दरें 12-15 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है, जिसका असर वित्त वर्ष 26 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) से दिखाई देगा और इसका पूरा लाभ 2026-27 में नजर आएगा। मौजूदा पीक सीजन में ज्यादा मांग से भी कमरों में रहने वालों की संख्या में बढ़ोतरी मुमकिन है।
इलारा सिक्योरिटीज ने दो अंकों में रेवपर वृद्धि, स्वामित्व-पोर्टफोलियो विस्तार, नई परिसंपत्तियों द्वारा संचालित प्रबंधन शुल्क आय में स्थिर वृद्धि, पोर्टफोलियो संवर्धन, ब्रांडों का जुड़ाव, नए कारोबारों का तेजी से विस्तार और ठीक-ठाक यानी दो अंकों में राजस्व वृद्धि का हवाला देते हुए शेयर को 896 रुपये की लक्षित कीमत के साथ खरीदे की रेटिंग दी है।