बारिश से महंगी हुईं सब्जियां

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 2:11 AM IST

देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। बारिश से उत्पादक इलाकों में सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है। इससे मंडियों में आवक गिरने से इनके दाम चढ़ रहे हैं। बीते 10 दिन में हरी सब्जियों के दाम 50 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। सबसे ज्यादा तेजी टमाटर की कीमतों में देखी जा रही है।
कारोबारियों के मुताबिक अगले 10-15 दिन तक सब्जियों की महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद कम है।
दिल्ली की आजादपुर मंडी में बीते 10 दिन के दौरान टमाटर के दाम 15-25 रुपये से बढ़कर 20-40 रुपये, लौकी व तोरई 10-15 रुपये से बढ़कर 20-25 रुपये, भिंडी 20-25 रुपये से बढ़कर 30-35 रुपये, गोभी 15-30 रुपये से बढ़कर 25-40 रुपये, परवल 15-22 रुपये से बढ़कर 15-30 रुपये, बैगन 10-18 रुपये से बढ़कर 15-25 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुके हैं। कारोबारियों के मुताबिक मंडी में सब्जियों की आवक 20 से 50 फीसदी कम हो रही है।
आजादपुर मंडी के सब्जी कारोबारी बलवीर सिंह भल्ला ने बताया कि बीते 8-10 दिन से देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। जिससे सब्जी की फसल को नुकसान होने का अनुमान है। इससे दिल्ली की मंडियों में सब्जी की आवक कम हो रही है। इस वजह से 10 दिन में सब्जियों के दाम 10 से 15 रुपये किलो बढ़ चुके हैं। इसी मंडी के सब्जी कारोबारी और टमाटर कारोबारी संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक कहते हैं कि बारिश के कारण हुए नुकसान से हरी सब्जियों की आवक घटने से इनके दाम बढ़े हैं। सबसे ज्यादा असर टमाटर की कीमतों पर पडा है। हिमाचल में टमाटर उत्पादक इलाकों में इसकी फसल को काफी नुकसान हुआ है। जिससे टमाटर के दाम 50 फीसदी बढ़ चुके हैं। 10 दिन पहले हिमाचल से टमाटर की 15-20 गाड़ी की आवक हो रही थी, जो अब घटकर 8-10 गाड़ी रह गई है।
अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र से नए टमाटर की आवक बढऩे की उम्मीद है। इससे टमाटर के भाव कम हो सकते हैं। बशर्ते आगे बारिश से वहां भी नुकसान न हो जाए। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे कहते हैं कि महाराष्ट्र में टमाटर की फसल अच्छी दिख रही है। दिल्ली के आस पास के इलाकों में सब्जी की नई आवक में देरी के बीच बारिश से सब्जियों की तुडाई प्रभावित हो रही है। बारिश से फसल को नुकसान भी हुआ है।

First Published : August 3, 2021 | 12:11 AM IST