पश्चिम बंगाल को रुस कोयले की खदान में उपयोगी बेहतर तकनीकी मशीनों के जरिए मदद देना चाहता है। पश्चिम बंगाल में कोयले की बड़ी खदान है लेकिन उसमें इस्तेमाल के लिए जरूरी मशीनों का अभाव है।
कलकत्ता चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बातचीत के लिए सत्र आयोजित किया था। कोलकता में रुस के महावाणिज्य दूत ब्लादीमिर वी. लाजारेव का कहना था, ‘पश्चिम बंगाल कोयले की खदान के लिए रुस के उपकरणों का इस्तेमाल कर सकती है।
इसकी वजह इस क्षेत्र की बेहतरीन क्षमता है जो अच्छे तकनीक से काफी मुनाफा कमाने का मौका दे सकती है। इसके अलावा भारत और रुस भी द्विपक्षीय कारोबार को 2010 तक 10 अरब डॉलर करना चाहते हैं।’