उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक चालू सीजन के लिए गन्ने का कोई समर्थन मूल्य तय नहीं किया है। वहीं राज्य के गुड़ और खांडसारी उद्योग ने 120 से 125 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत पर गन्ना खरीदना शुरू भी कर दिया है। पिछले सीजन में गुड़ निर्माताओं ने गन्ने की कीमत के तौर पर […]
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विश्व के सबसे बड़े धातु उपभोक्ता देशों में से एक चीन में तांबे की मांग इस हफ्ते तेज होने की उम्मीद है। एक अक्टूबर को मनाए जाने वाले स्थापना दिवस के चलते सप्ताह भर चलने वाली छुट्टियां खत्म होने के बाद चीन में विभिन्न धातुओं की मांग बढ़ने की उम्मीद जानकार भी जता रहे हैं। […]
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अभी–अभी खत्म हुए 2007-08 के खरीफ मार्केटिंग सीजन में 2.84 करोड़ टन की सरकारी खरीद का एक नया रेकॉर्ड बना है। यह जानकारी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आलोक सिन्हा ने शुक्रवार को दी। मालूम हो कि खरीफ का मार्केटिंग सीजन हर साल 1 अक्टूबर से अगले साल के 30 सितंबर […]
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देश के पुराने एक्सचेंजों में से एक ईस्ट इंडिया जूट एंड हेस्सियन एक्सचेंज (ईआईजेएचई) को दुबारा खड़ा करने की कोशिशें नाकाम हो गई हैं। कोलकाता में एक्सचेंज की 51वीं आमसभा के खत्म होने के बाद जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि इस एक्सचेंज को जिंदा करने के जो प्रयास किए जा रहे थे वह नाकाम […]
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प्राकृतिक रबर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा क्योंकि कीमतों में आती कमी से घबराये हुए उत्पादक अपने उत्पादों को बेचनी की हड़बड़ी में हैं। बेंचमार्क ग्रेड प्राकृतिक रबर आरएसएस-4 की कीमत आज 107 से 108 रुपये प्रति किलो रही और पिछले सात वर्षों में पहली बार बिना ग्रेड वाले शीट रबर की कीमत […]
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खर–पतवार के बेहतर प्रबंधन, समय पर बीजों की बुआई और मॉनसून के अनुकूल होने के परिणामस्वरूप इस साल सोयाबीन के उत्पादन में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। इंदौर सिथत सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के अनुसार खरीफ सीजन में सोयाबीन उत्पादन प्रति हेक्टेयर बढ़ कर 1,124 किलोग्राम हो सकता है जबकि पिछले […]
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त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अक्टूबर–दिसंबर की तिमाही केलिए 52 लाख टन गैर–लेवी चीनी उपलब्ध कराने का फैसला किया है। खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले साल इस दौरान 42 लाख टन चीनी उपलब्ध कराया गया था। पिछले महीने के दो लाख टन बगैर […]
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नैशनल कमोडिटी एंड डेरिवैटिव एक्सचेंज ने सरकार से मांग की है कि वह उन जिंसों के वायदा कारोबार पर पाबंदी न लगाए जाने की गारंटी दे जिसमें कि किसानों के समूह की ओर से एग्रीगेटर (संयोजक) निवेश या खरीद–बिक्री करना चाहते हैं। इसके बाद कमोडिटी एक्सचेंजों में संयोजकों की भागीदारी पर सवालिया निशान लग गया […]
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आसानी से भुनाए न जाने वाले सौदों (इलिक्विड कांट्रैक्ट्स) को कामयाब बनाने के लिए सख्त कदम उठाने के वायदा बाजार आयोग के निर्देश का जवाब देने के लिए कमोडिटी एक्सचेंजों को 15 दिन का समय दिया गया है। वैसे एफएमसी के अध्यक्ष बी. सी. खटुआ ने साफ कर दिया है कि ऐसे किसी अनुबंध को […]
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वायदा एक्सचेंजों में काली मिर्च के अक्टूबर डिलिवरी के निपटान के बाद भारतीय बाजार में इसकी आपूर्ति संबंधी गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। कमोडिटी एक्सचेंजों का कुल भंडार लगभग 4,200 टन का है जिसमें से 2,000 टन की लदाई अक्टूबर और नवंबर महीने में होनी है। स्टॉकिस्ट और बड़े किसानों के पास बचा पिछला […]
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