पिछले डेढ़ महीने में प्राकृतिक रबर की कीमत लगभग 67 प्रतिशत घटी है क्योंकि कच्चे तेल की कीमत में गिरावट ने टायर निर्माताओं को सिथेंटिक रबर की ओर झांकने को विवश कर दिया है।
इस वजह से प्राकृतिक रबर की मांग काफी कम हो गई है। रबर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार घरेलू बाजार में प्राकृतिक रबर की कीमत 10 अक्टूबर को घटकर 8,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जो 28 अगस्त को 14,200 रुपये के स्तर पर था।
रबड़ बोर्ड के अध्यक्ष एस. पीटर ने बताया कि प्राकृतिक रबर कीमतें को झटका पहुंच रहा है क्योंकि टायर विनिर्माता लागत मूल्य में कटौती करने के लिए सिथेंटिक रबर का रुख कर रहे हैं जो सीधे तौर पर कच्चे तेल की कीमत का अनुपालन करता है।
पीटर ने कहा कि इसके अलावा एक माह पहले किए गए अनुबंध की डिलिवरी भी घरेलू उपलब्धता में आगे और इजाफा कर रहे हैं। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10,300 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत घरेलू स्तर के करीब है जिससे निर्यात अब आकर्षक नहीं रहा और घरेलू आपूर्ति मजबूत हो रही है।
पीटर ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में औसत मूल्य 9,070 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को छू गया जबकि उससे पिछला औसत 9,200 रुपये का था। रबर बोर्ड ने केरल के कोट्टयम में 20 अक्टूबर को व्यापारियों और सरकारी अधिकारियों की बैठक तय की है जिसमें कीमत के मुद्दे सहित उद्योग से संबंधित मसलों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को रबर की उपयुक्त कीमत नहीं मिलती है तो हमें कुछ निश्चित कदम उठाने होंगे।