Kharif Sowing 2024: खरीफ फसलों की बोआई में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। चालू सीजन में अब तक खरीफ फसलों की बोआई 800 लाख हेक्टेयर को पार कर गई है। दलहन, तिलहन, मोटे अनाज की बोआई में इजाफा हुआ है। हालांकि इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान की बोआई में हल्की गिरावट देखी जा रही है। अब तक 215.97 लाख हेक्टेयर में धान बोया जा चुका है, जो पिछले सीजन की समान अवधि में 216.39 लाख हेक्टेयर में बोये गए धान से थोड़ा कम है। इस साल कपास की बोआई 6.87 फीसदी घटकर 105.73 लाख हेक्टेयर रह गई।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार 26 जुलाई तक 811.87 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोआई हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 793.63 लाख हेक्टेयर था। इस तरह चालू खरीफ सीजन में अब तक खरीफ फसलों का रकबा 2.29 फीसदी बढ़ा है।
चालू खरीफ सीजन में 26 जुलाई तक दलहनी फसलों का रकबा 102.03 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछली समान अवधि के रकबा 89.41 लाख हेक्टेयर से अधिक है। अरहर की बोआई पिछले साल के 28.73 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 38.53 लाख हेक्टेयर और मूंग की 27.01 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 30.37 लाख हेक्टेयर हो गई, जबकि उड़द की बोआई पिछले साल के 23.86 लाख हेक्टेयर से घटकर 23.12 लाख हेक्टेयर रह गई।
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देश में अब तक 171.67 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल इसी अवधि में 165.37 लाख हेक्टेयर में बोई गईं तिलहन फसलों से 3.80 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान इस सीजन की सबसे बड़ी तिलहन फसल सोयाबीन का रकबा 121.73 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 116.99 लाख हेक्टेयर था। इस सीजन में मूंगफली का रकबा पिछले साल के 36.08 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 41.03 लाख हेक्टेयर हो गया। तिल का रकबा पिछले साल के 8.94 लाख हेक्टेयर से घटकर 7.32 लाख हेक्टेयर रह गया।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार 26 जुलाई तक मोटे अनाजों की 153.10 लाख हेक्टेयर में बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में 145.76 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 5 फीसदी ज्यादा है। मोटे अनाजों में मक्का का रकबा 13.61 फीसदी बढ़कर 78.80 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि इस साल मोटे अनाजों में मक्का के बाद दूसरी बड़ी फसल बाजरा की बोआई 6.83 फीसदी घटकर 56.46 लाख हेक्टेयर रह गई।