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India’s commodity exports : गैर-बासमती चावल निर्यात बढ़ा, पाबंदी से आगे घटेगा!

अगर गेहूं निर्यात के आंकड़े कुल निर्यात में से निकाल दें तो कुल निर्यात में इजाफा हुआ है।

Last Updated- August 07, 2023 | 6:09 PM IST
Indian commodity demand abroad: non-basmati rice exports increased, will decrease further due to ban!
Shutterstock

India’s commodity export: चालू वित्त वर्ष में भी विदेशी बाजारों में भारतीय कमोडिटी की मांग खूब देखी जा रही है। पहली तिमाही में फल-सब्जी, चावल, पोल्ट्री उत्पाद, मूंगफली आदि का भरपूर निर्यात हुआ है। हालांकि गेहूं निर्यात पर पाबंदी के कारण कुल निर्यात में जरूर कमी दिख रही है क्योंकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बड़ी मात्रा में गेहूं निर्यात हुआ था, जबकि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ना के बराबर गेहूं निर्यात हुआ है।

अगर गेहूं निर्यात के आंकड़े कुल निर्यात में से निकाल दें तो कुल निर्यात में इजाफा हुआ है। पहली तिमाही तक बासमती और गैर बासमती चावल का निर्यात बढ़ा है। लेकिन आगे गैर बासमती सफेद चावल पर लगाई गई पाबंदी का असर गैर बासमती चावल के निर्यात पर दिख सकता है।

चावल निर्यात बढ़ा, आगे गैर बासमती चावल का निर्यात घट सकता है

वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून अवधि में 10,673 करोड़ रुपये मूल्य का 11.72 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ, जो पिछली समान अवधि में 8,948 करोड़ रुपये मूल्य के 11.25 लाख टन बासमती चावल निर्यात से 19 फीसदी अधिक है। इस अवधि में गैर बासमती चावल के निर्यात में 3.54 फीसदी इजाफा हुआ है।

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इस साल अप्रैल-जून में 12,518 करोड़ रुपये मूल्य का 40.57 लाख टन गैर बासमती चावल निर्यात हुआ। पिछली समान अवधि में 12,090 करोड़ रुपये मूल्य का 43.48 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ था। सरकार ने पिछले महीने सफेद गैर बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दी है।
इसकी कुल गैर बासमती निर्यात में 25 फीसदी हिस्सेदारी है। पहली तिमाही में गैर बासमती चावल का निर्यात महज 3.54 फीसदी ही बढ़ा है। ऐसे में निर्यात पर रोक के कारण आगे अब कुल गैर बासमती चावल का निर्यात भी घटने की संभावना है।

ताजे व प्रोसेस्ड फल-सब्जी निर्यात में भी इजाफा

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 3,902 करोड़ रुपये मूल्य के ताजे फल-सब्जी का निर्यात हुआ है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 3,149 करोड़ रुपये के निर्यात से 23.88 फीसदी ज्यादा है। प्रोसेस्ड फल व सब्जी का निर्यात पहली तिमाही में 12.42 फीसदी बढ़कर 4,253 करोड़ रुपये हो गया। मूंगफली निर्यात में करीब 55 फीसदी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में करीब 64 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

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गेहूं छोड़ने पर कुल निर्यात में भी बढ़ोतरी

वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 51,595 करोड़ रुपये मूल्य की कमोडिटी निर्यात हुई, जो पिछले समान अवधि के कमोडिटी निर्यात 57,102 करोड़ रुपये से महज 9 फीसदी कम है। कुल निर्यात में कमी की वजह चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महज 11 करोड़ रुपये मूल्य का 4,387 टन ही गेहूं निर्यात होना है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 8,272 करोड़ रुपये मूल्य का 33.32 लाख टन गेहूं निर्यात हुआ था।

कुल कमोडिटी निर्यात में से गेहूं निर्यात के आंकड़े निकालने पर इस तिमाही भी पिछली तिमाही से ज्यादा कमोडिटी निर्यात हुई है। गेहूं निर्यात के आंकड़े निकालने पर इस तिमाही 51,584 करोड़ रुपये की कमोडिटी निर्यात हुई है, पिछली तिमाही में गेहूं को छोड़कर 48,830 करोड़ रुपये मूल्य की प्रमुख कमोडिटी निर्यात हुई थी। इस तरह गेहूं निर्यात के आंकड़े छोड़ने के बाद चालू वित्त वर्ष की तिमाही में प्रमुख कमोडिटी के निर्यात में 5.63 फीसदी इजाफा हुआ है।

First Published - August 7, 2023 | 5:05 PM IST

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