निर्यात तैयारी सूचकांक में शीर्ष पर गुजरात

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 8:32 PM IST

नीति आयोग के निर्यात तैयारी सूचकांक 2021 में गुजरात ने शीर्ष स्थान पाया है। इस सूचकांक का मकसद निर्यात को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी तैयारी का जायजा लेने में मदद करना है और जहां कहीं संभव हो सुधार के लिए उपाय करना है।
लगातार दूसरे वर्ष गुजरात इस सूचकांक में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य बना है।
नीति आयोग की ओर से आज जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा ने क्रमश: दूसरा, तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान प्राप्त किया है। लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, लद्दाख और मेघालय को सूचकांक के अंत में स्थान दिया गया है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा, ‘एक ओर जहां केंद्र सरकार भारत के निर्यातों को बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाती है वहीं राज्य सरकारों के लिए भी यह आवश्यक हो जाता है कि वे निर्यात में अच्छी खासी हिस्सेदारी लेने के लिए अपनी औद्योगिक नीति पर सक्रिय होकर रणनीति तैयार करें।’
यह रैंकिंग मुख्य तौर पर चार प्रमुख स्तंभों नीति, कारोबारी पारितंत्र, निर्यात पारितंत्र और निर्यात प्रदर्शन और निर्यात सवद्र्घन नीति और कारोबारी माहौल जैसे 11 उप स्तंभों पर आधारित है। सूचकांक का मकसद राज्यों के मध्य अनुकूल नीतियों, नियामकीय ढांचे की सुगमता, आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण को लेकर प्रतिस्पर्धा का भाव पैदा करना और निर्यात प्रतिस्पर्धा में सुधार लाने के लिए रणनीतिक सिफारिशों को चिह्नित करने में मदद करना है।  
कुमार ने कहा कि चूंकि राज्यों के पास उत्पादन के सभी कारकों के आवंटन में पहले से ही प्रमुख भूमिका है लिहाजा भारत की निर्यात नीति को और अधिक विकेंद्रीकृत और राज्य केंद्रित करने की आवश्यकता है।
वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि निर्यात ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए निर्धारित समय से पहले ही 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को पार कर लिया जबकि इस बीच कंटेनरों की कमी, चिप्स और सेमीकंडोक्टरों की किल्लत से भी जूझना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘अर्थव्यवस्था का करीब 18 फीसदी व्यापारिक माल का निर्यात है। मुझे लगता है कि हमें सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) क कुछ 25 फीसदी तक व्यापार का लक्ष्य बनाना चाहिए।’

First Published : March 25, 2022 | 11:14 PM IST