प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
शुक्रवार को सोने की कीमतों में लगभग 2 फीसदी की गिरावट आई और अब इसमें नौ सप्ताह की बढ़त का सिलसिले टूटता नजर आ रहा है। निवेशकों की मुनाफावसूली और अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार तनाव घटने के संकेतों के बीच इस सुरक्षित निवेश विकल्प की मांग हलकी पड़ गई है।
हाजिर सोना जीएमटी 11.05 बजे पर 1.9 प्रतिशत गिरकर 4,047.30 डॉलर प्रति औंस पर था। इसके साथ ही इस सप्ताह इसमें 4.8 फीसदी की गिरावट आ चुकी है जो नवंबर 2024 के बाद से इसमें सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। दिसंबर डिलिवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 2 फीसदी गिरकर 4,061.30 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
भू-राजनीतिक उथल-पुथल, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते इस साल सराफा कीमतों में 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस महीने पहली बार 4,000 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार करने के बाद सोमवार को सोने की हाजिर कीमतें 4,181.21 डॉलर के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंच गईं।
बैंकिंग समूह स्विसक्वॉट के विश्लेषक कार्लो अल्बर्टो डी कासा ने कहा, ‘पिछले कुछ सप्ताहों में तेजी बहुत अधिक रही और निवेशक यह अनुमान लगा रहे हैं कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव कम हो सकता है।’
जो निवेशक भारी मुनाफे में हैं, वे बिकवाली कर रहे हैं या सोने में निवेश घटा रहे हैं। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को पुष्टि की कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अगले सप्ताह अपनी एशिया यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे, जिससे बढ़ते व्यापार तनाव के बीच इस मुलाकात को लेकर आशंका कम हो गई है।
कारोबारी अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की ताजा रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहे हैं, जो जीएमटी 12.30 बजे जारी होने वाली है। इसमें सितंबर के लिए ठोस उपभोक्ता मूल्य वृद्धि का पता चलने की उम्मीद है। बाजार अभी भी मान रहे हैं कि फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह होने वाली बैठक में 25 आधार अंक तक ब्याज दरें तक घटाएगा।