कमोडिटी

फल-सब्जियों में केमिकल के ज्यादा इस्तेमाल पर सख्ती, FSSAI ने कड़ी निगरानी रखने को कहा

FSSAI ने साथ ही उपभोक्ताओं और खाद्य कारोबारियों को इसका ज्यादा इस्तेमाल न करने में बारे में जागरूक करने के लिए कहा है।

Published by
रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- July 27, 2023 | 4:49 PM IST

ताजा फलों व सब्जियों में हानिकारक कीटनाशक व रसायनों के अत्यधिक इस्तेमाल पर सख्ती होने जा रही है। भारतीय खाद्य संरक्षा व मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने राज्य सरकारों के खादय विभागों को ताजा फल व सब्जी में कीटनाशक व रसायनों के ज्यादा इस्तेमाल की सख्त निगरानी करने को कहा है।

FSSAI ने साथ ही उपभोक्ताओं और खाद्य कारोबारियों को इसका ज्यादा इस्तेमाल न करने में बारे में जागरूक करने के लिए कहा है।

राज्य खाद्य संरक्षा विभाग कारोबारियों पर कड़ी निगरानी रखें: FSSAI

FSSAI ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के खादय संरक्षा आयुक्तों को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया कि देश के प्रमुख शहरों में बेची जा रही सब्जियों और फलों में उच्च मात्रा में कीटनाशकों और हानिकारक रसायनों के होने के संबंध में रिपोर्ट मिल रही हैं।

इसके अलावा एनएचआरसी ने किसानों द्वारा कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से संबंधित मुद्दों पर भी स्वत: संज्ञान लिया है और कीटनाशकों के जोखिम को कम करने और खेती की वैकल्पिक प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए उपाय करने का निर्देश दिया है।

FSSAI ने राज्य के खाद्य संरक्षा आयुक्तों से कहा कि फलों और सब्जियों की प्री मार्केटिंग ट्रीटमेंट के दौरान कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग के खतरे को रोकने के लिए ऐसे खाद्य व्यवसाय संचालकों (FBO) पर कड़ी निगरानी रखें, जो इसमें शामिल हैं।

उपभोक्ताओं और खाद्य कारोबारियों को जागरूक किया जाए

संबंधित इलाकों में खाद्य संरक्षा व मानक कानून के मानकों के अनुरूप ताजे फल व सब्जी की बिक्री सुनिश्चित करने के लिए समय समय पर निगरानी व प्रवर्तन गतिविधियां (surveillance/ enforcement activities) चलाई जाएं। इसके अलावा उपभोक्ताओं और कारोबारियों को जागरूक करने की भी जरूरत है।

इसके लिए ईट राइट इंडिया पहल के तहत फल और सब्जी बाजारों/मंडी में FBO और उपभोक्ताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। कीटनाशकों के ज्यादा इस्तेमाल को हतोत्साहित करने के लिए समय पर समय पर फल व सब्जियों के नमूने उठाकर जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

First Published : July 27, 2023 | 4:49 PM IST