प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
अगस्त के मध्य से उत्तर भारत में तेज मॉनसूनी बारिश के बीच दिल्ली और इसके आसपास के बाजारों में सब्जियों की कीमत स्थिर बनी हुई है। इस इलाके में ज्यादातर सब्जियां उत्तर भारत के खेतों से आती हैं। कीमतें कम होने की वजह से परिवारों को बजट नियंत्रण में बनाए रखने में मदद मिली है। सितंबर के दौरान भी तेज मॉनसूनी बारिश होने की संभावना है, जिसके कारण आपूर्ति में व्यवधान और खड़ी फसलें खराब होने की संभावना है। जलवायु प्रवृत्तियों के एक हालिया विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले 5 वर्षों में, अत्यधिक लू और अनियमित वर्षा ने टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) के उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इससे इन रसोई के प्रमुख खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ीं और खाद्य महंगाई दर खतरनाक स्तर तक पहुंच गई।
इस बीच मौसम विभाग ने अपने ताजा अनुमान में मंगलवार को कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में भारी बारिश का मौजूदा दौर अगले 2 दिन तक जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आज बहुत भारी बारिश, 21 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने की संभावना है।