बारिश की राह देख रहे हैं इलायची उत्पादक

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 10, 2022 | 7:12 PM IST

केरल के इलायची उत्पादक, खासकर इडुक्की जिले के, इन दिनों बारिश की राह देख रहे हैं।
पिछले 90 दिनों से पूरे केरल में बूंदाबांदी भी नहीं हुई है, जिससे इलायची की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। अगर 10-15 दिनों में तेज बारिश नहीं हुई तो इडुक्की जिले की इलायची की पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।
इलायची की खेती के कुल क्षेत्रफल का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा इस समय सूखे मौसम की चपेट में आ गया है। इसका असर इडुक्की, अनडुमबंचोला, शान्थापारा, पंबाडुमपारा और कठोत्ती इलाकों में ज्यादा नजर आ रहा है।
पिछले साल इस मौसम में भारी बारिश की वजह से किसानों के लिए संकट खड़ा हो गया था, लेकिन इस साल पानी का संकट सामने आ रहा है। पिछले 12 सप्ताह से किसान, बारिश के इंतजार में हैं। इडुक्की जिले के किसान जोसे वल्ली कहते हैं कि बारिश न होने से फूल लगने में संकट आ रहा है।
अगर 15 दिनों के भीतर बारिश नहीं हो जाती तो किसानों को भारी संकट का सामना करना पड़ेगा। इस साल किसान बहुत खुश हैं क्योंकि कीमतों का वार्षिक औसत 550 रुपये प्रति किलो रहा। एक सप्ताह पहले हालांकि कीमतें 480-490 रुपये प्रति किलो के स्तर पर आ गईं, लेकिन वर्तमान में 500-510 रुपये प्रति किलो के आसपास इलायची बिक रही है।
2007 में इलायची की औसत कीमत 450-460 रुपये प्रति किलो रही थी, लेकिन 2008 इलायची उत्पादकों के लिए बहुत बेहतर रहा। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल उपज 10 प्रतिशत बढ़ेगी। बारिश न होने से उत्पादन बढ़ने के अनुमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

First Published : March 7, 2009 | 4:08 PM IST