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पुराना हवाई अड्डा भी रहे चालू: मंत्रालय

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 12:45 AM IST

नागरिक विमानन मंत्रालय ने बेंगलुरु के नए हवाई अड्डे के प्राइवेट डेवलपरों से कहा है कि वे मौजूदा हवाई अड्डे को बंद न करें और इस पर कम से कम 80 सीटों वाले छोटे विमानों के परिचालन को जारी रहने दें।


बेंगलुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटिड(बीआईएएल) के अधिकारियों के साथ बैठक में नागरिक विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि बीआईएएल के अधिकारियों को यह बता दिया गया है कि वे वर्तमान हवाई अड्डे को चालू रखने पर विचार करें।


कम से कम इस हवाई अड्डे पर छोटे विमानों की उड़ान जारी रहनी चाहिए। पटेल ने कहा कि इन छोटे विमानों की लैंडिंग और पार्किंग पर शुल्क नहीं लगता था इसलिए अगर ऐसे विमान यहां से संचालित नहीं भी होते हैं तो बीआईएएल को किसी प्रकार के राजस्व का घाटा नहीं होगा।


यह बैठक कर्नाटक उच्च न्यायालय की इस सलाह पर बुलाई गई थी कि मंत्रालय बीआईएएल को वर्तमान हवाई अड्डे को बंद करने के मामले पर पुनर्विचार करने को कहे। बीआईएएल ने कहा था कि नए हवाई अड्डे के चालू होने पर पुराने एयरपोर्ट को बंद कर दिया जाएगा। वैसे पुराने हवाई अड्डे को चालू रखने के मुद्दे पर हो रही इस बातचीत से कुछ एयरलाइंस कंपनियां खुश हो सकती हैं क्योंकि यहां से मुख्य शहर मात्र 35 किलोमीटर दूर है।


एयरलाइंस कार्यकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट शहर से नजदीक होने जैसी बातें अप्रासंगिक हैं क्योंकि इस दूरी को लोग बसों या ट्रेनों से तय कर सकते हैं। स्पाइस जेट तो नए हवाई अड्डे से किसी भी अतिरिक्त उड़ान की सुविधा नहीं देने जा रही है।


सिंप्लीफ्लाई डेक्कन और जेट एयरवेज इस छोटी दूरी के लिए बेंगलुरु से उड़ान की सुविधा दे रही है। डेक्कन बेंगलुरु से 10 छोटे गंतव्यों से उडानों की व्यवस्था कर रही है जबकि जेट एयरवेज 25 उडान की सुविधा दे रही है। जेट एयरवेज तो कोयंबटूर, हैदराबाद, चेन्नई और कोच्चि जैसे गंतव्यों से यह सुविधा दे रही है।  उद्योग सूत्रों का मानना है कि अगर इस पुराने को तय कराने को चालू रखा गया तो बहुत सारी एयरलाइंस यहां से अपनी छोटी उडानों की सुविधा देनी शुरू कर देगी।


नए हवाई अड्डे को 11 मई से खुलना था लेकिन अब यह मई के अंत से खुलेगा। इस स्थगन से बीआईएएल और बहुत सारी विमान कंपनियों को घाटा हो रहा है।बीआईएएल को इस देरी से लगभग 40 करोड रुपये का घाटा होने का अनुमान है।इस देरी से अतिरिक्त उडान संचालित करने की योजना के विस्तार को भी धक्का लगा है जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान कंपनियां इस एयरपोर्ट से जारी रखना चाहती थी।

First Published : April 30, 2008 | 10:36 PM IST