लेखक : तमाल बंद्योपाध्याय

आज का अखबार, लेख

जब DFS Secretary बन गए राजा विक्रमादित्य

किंवदंती है कि गुप्त वंश के राजा विक्रमादित्य अक्सर अपनी प्रजा के कल्याण और उनकी स्थितियों का जायजा लेने के लिए आम आदमी की वेशभूषा में उनके बीच जाते थे। हाल में वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव भी बैंकों की ग्राहक सेवाओं का जायजा लेने के लिए विक्रमादित्य की भूमिका में […]

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क्या हम बीमा क्रांति की दहलीज पर खड़े हैं

अप्रैल महीने की शुरुआत में लंदन में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत-ब्रिटेन निवेशक गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के वित्तीय क्षेत्र की एक शानदार तस्वीर पेश की। उन्होंने बताया कि देश का बाजार पूरी दुनिया के लिए खुला है और यहां पर्याप्त अवसर व महत्वाकांक्षाओं के साथ ही सुधार की पूरी गुंजाइश […]

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बैंकिंग क्षेत्र में गड़बड़ियों का कब थमेगा सिलसिला

पिछले सप्ताह 28  अप्रैल को इंडसइंड बैंक लिमिटेड के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (डिप्टी सीईओ)  ने इस्तीफा दे दिया। एक दिन बाद इसके प्रबंध निदेशक और सीईओ ने कई चूक और कृत्यों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद छोड़ दिया। बैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने जनवरी में ही अपना इस्तीफा दे दिया था। […]

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स्वास्थ्य बीमा को ‘सेहतमंद’ बनाने की जरूरत

भारत में स्वास्थ्य बीमा के दावे खारिज होने का डर पॉलिसीधारकों में बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ, बीमा उद्योग जगत के सूत्रों का कहना है कि कम से कम 10 फीसदी स्वास्थ्य बीमा दावे फर्जी होते हैं। उनके अनुसार इससे स्वास्थ्य बीमा उद्योग को हर साल 12,000 करोड़ रुपये नुकसान होता है। सूत्रों के […]

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पहले मुर्गी या अंडा, कई विभागों के लिए सवाल

पहले मुर्गी आई या अंडा? इस सवाल का जवाब ऑस्ट्रेलियाई विज्ञान अकादमी के मुताबिक स्पष्ट हो गया है जिसका कहना है कि एमनियोटिक अंडा करीब 34 करोड़ साल पहले आया और पहली मुर्गी करीब 58,000 वर्ष पहले अस्तित्व में आई। इसलिए यह मानना सुरक्षित दांव है कि पहले अंडा आया। लेकिन आज हम जिस पर […]

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सरकारी बैंकों में प्रमोशन की उलझन: नियमों के आगे बेबस होती प्रतिभा

मार्च का महीना सूचीबद्ध बैंकों के कर्मचारियों के लिए मुश्किल महीना होता है क्योंकि नियामक और निवेशक दोनों उनकी बैलेंसशीट पर कड़ी नजर रखते हैं, मसलन बैंक की ऋण परिसंपत्ति में कितनी वृद्धि हुई और मौजूदा संदर्भ में जमा पोर्टफोलियो कैसा रहा है। मुनाफा, परिसंपत्ति की गुणवत्ता और अन्य व्यावसायिक मापदंड जैसे कि शुद्ध ब्याज […]

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रीपो दर घटाने के साथ तैयार की भविष्य की राह

आखिरकार, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक आसान एवं सहज मौद्रिक नीति व्यवस्था की तरफ कदम बढ़ा दिया है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अपनी तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन बुधवार को रीपो रेट 25 आधार अंक घटाकर 6 प्रतिशत कर दी। वित्त वर्ष 2025-26 में एमपीसी की यह पहली द्विमासिक बैठक […]

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रीपो दर में 25 आधार अंक कमी की गुंजाइश

अमेरिका के फेडरल रिजर्व तथा चीन और ब्रिटेन के केंद्रीय बैंकों ने नीतिगत दरें अपरिवर्तित रखने का ऐलान किया है। हालांकि, उन केंद्रीय बैंकों ने दरों में गिरावट की गुंजाइश बरकरार रखी है। इस सप्ताह भारत में भी मौद्रिक नीति की समीक्षा होनी है। अब सवाल यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का रुख […]

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बैंक सीईओ की नियुक्ति प्रक्रिया पर हो विचार

इंडसइंड बैंक ने 7 मार्च को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने उनके प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ) सुमंत कठपालिया का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया है, जो 23 मार्च, 2026 तक रहेगा। लेकिन इसके फौरन बात हैरान करने वाले वाकये होने लगे। बैंक ने 10 मार्च […]

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अब भी दुर्गम है महिलाओं के लिए वित्त की राह

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इस बार कारोबारी अखबारों में कई चौंकाने वाली रिपोर्ट दिखीं। जैसे 2024 में पुरुष उद्यमियों ने तकनीकी स्टार्टअप के लिए 10.8 अरब डॉलर जुटा लिए मगर महिलाओं द्वारा स्थापित कंपनियों को केवल 1 अरब डॉलर मिल सके। लेकिन उसी साल महिलाओं ने 14 फीसदी ज्यादा मकान खरीदे, जबकि पुरुषों द्वारा आवासीय […]