लेखक : शिखा चतुर्वेदी

आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अ​भियान के 10 साल पूरे, लेकिन बेटियों की राह में खड़े अभी चुनौतियों के कई पहाड़

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा’ लड़कियों के अ​धिकारों के प्रति जागरूकता का प्रतीक बन चुका है। खास कर सार्वजनिक स्थलों और वि​भिन्न अ​भियानों में यह नारा खूब दिखाई और सुनाई देता है। यह अ​भियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी, 2015 को हरियाणा में शुरू किया था। इसका उद्देश्य बच्चियों को बेहतर जिंदगी, ​शिक्षा, […]

अर्थव्यवस्था, ताजा खबरें, बजट

Economic survey 2024-25: घट गई नौकरीपेशा और खुद का बिजनेस करने वालों की कमाई, आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप

संसद में पेश हुए आर्थिक सर्वे 2024-25 ने एक बड़ी सच्चाई सामने रखी है। बीते कुछ सालों में जहां महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी, वहीं आम लोगों की वास्तविक मासिक कमाई में कमी दर्ज की गई है। खासतौर पर स्व-रोजगार करने वालों और वेतनभोगी कर्मचारियों की आय पर इसका गहरा असर पड़ा है। स्व-रोजगार में बड़ा […]

अन्य, आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत, राजनीति

Delhi Election: समाज कल्याण की योजनाओं पर जोर से दरक रहा शहर का बुनियादी ढांचा

Delhi Election: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की राजनीतिक उठापटक ‘रेवड़ी संस्कृति’ को बढ़ावा देने के लिए अक्सर बदनाम रही है। इसकी ठोस वजह भी है क्योंकि ‘रेवड़ी संस्कृति’ सभी राजनीतिक दलों के चुनावी वादों के नस-नस में समा गई है। रेवड़ी संस्कृति यानी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए जनता से किए जाने वाले लोकलुभावन […]

आज का अखबार, उद्योग

ऑटो क्षेत्र में महिलाएं: वेतन कम, चोट का खतरा अधिक

पिछले पांच वर्षों के दौरान ऑटो क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को चोट लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। सबसे ज्यादा मामले काम के दौरान उंगलियां कटने या दबाव पड़ने पर उनके पंजे से अलग होने के सामने आए हैं। सेफ इन इंडिया फाउंडेशन (एसआईआईएफ) की हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 […]

अंतरराष्ट्रीय, आज का अखबार

H-1B visa: ट्रंप और बाइडन नीतियों ने भारतीय हिस्सेदारी और अमेरिका में योगदान को कैसे प्रभावित किया?

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम पर ईलॉन मस्क का समर्थन किया है, लेकिन उनके पहले कार्यकाल के दौरान वीजा आंकड़े कुछ अलग कहानी कहते हैं। एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को दूसरे देशों से कुशल विशेषकर तकनीकी विशेषज्ञ भर्ती करने की अनुमति देता है। प्रौद्योगिकी कंपनियां […]

आज का अखबार, बीमा, भारत, वित्त-बीमा

Interview: ‘2047 तक सबके लिए बीमा’ का लक्ष्य पूरा करना संभव: कल्पना अजयन

जनधन योजना और जन सुरक्षा जैसी सरकार की योजनाओं से वित्तीय सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। लेकिन सरकारी योजनाओं का लाभ महिला आबादी के बड़े तबके तक पहुंचना अभी बाकी है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण को समर्पित वैश्विक गैर लाभकारी संगठन, विमेन्स वर्ल्ड बैंकिंग (डब्ल्यूडब्ल्यूबी) की हाल की रिपोर्ट में इस पर मिली-जुली […]

अंतरराष्ट्रीय, भारत

Statsguru: डॉनल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी भारत के लिए क्या मायने रखती है? आंकड़ों की जुबानी समझिए…

डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के “अमेरिका फर्स्ट” अभियान के संभावित प्रभाव का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन यह उनके पहले कार्यकाल और वर्तमान जो बाइडन (Joe Biden) प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक जुड़ाव का आकलन करने का समय है। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

फेड नहीं फूड: अर्थशास्त्रियों ने घरेलू महंगाई देखने पर दिया जोर

कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि मौद्रिक नीति खासकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा किए जाने वाले दर संबंधित बदलावों के मुकाबले खाद्य मुद्रास्फीति जैसे स्थानीय कारकों पर ज्यादा निर्भर करेगी। ‘फूड ऑर फेड’ शीर्षक वाली पैनल परिचर्चा के दौरान इक्रा में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने अनुमान जताया कि भारत में कोई भी दर कटौती […]

आज का अखबार, बिहार व झारखण्ड, भारत, राजनीति

Jharkhand Election 2024: गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी राज्य में प्रमुख मुद्दे, भाजपा और कांग्रेस नीत गठबंधन कर रहे बड़े ऐलान

Jharkhand Election 2024: झारखंड में चुनावी बिसात बिछ चुकी है। अपने-अपने मोहरे चलने के लिए राजनीतिक दल तैयार हैं। गठबंधन बनाकर एक-दूसरे को मात देने की रणनीति बनाई जा चुकी है। मौजूदा समय में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस की सरकार है। पिछले चुनाव में हार का […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, चुनाव, विधानसभा चुनाव

लोकलुभावन वादे और राजकोषीय सेहत: हरियाणा चुनाव में भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में, वादे पूरा करना होगी चुनौती

ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनावी घोषणापत्र ने हरियाणा के मतदाताओं को प्रभावित किया है। राज्य की आबादी के प्रमुख वर्ग- किसानों, युवाओं और सैनिकों- की सरकार के प्रति बढ़ती असंतुष्टि को लेकर जताई जा रही चिंता के बावजूद पार्टी राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। पार्टी ने […]