लेखक : सचिन मामपट्टा

भारत, विविध, स्वास्थ्य

भारत में COVID का पांचवा साल, अब भी नए मामले जारी; हर महीने दर्ज हो रही हैं मौतें

भारत में कोविड महामारी का पांचवा साल खत्म होने वाला है, लेकिन अब भी हर दिन एक से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। देश में पहला कोविड मामला 30 जनवरी 2020 को केरल में मिला था। यह मामला चीन से लौटी एक मेडिकल छात्रा का था। इसके बाद 7 मई 2021 को देश […]

आज का अखबार, कंपनियां, भारत, समाचार

CEO जितना कमाने में लगेंगे 500 साल, शीर्ष अधिकारियों की सैलरी मीडियन कर्मचारियों से 2,679 गुना तक अधिक

शीर्ष अधिकारियों का बड़ा तबका हर साल इतना कमा रहा है, जितनी कमाई करने में उनकी कंपनी के मीडियन वेतन वाले कर्मचारी को 500 साल लग जाएंगे। ऐसे शीर्ष अधिकारियों वाली कंपनियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। मीडियन वेतन किसी कंपनी में मिलने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन का बीच का […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

Non-listed companies: गैर-लिस्टेड कंपनियां लिस्टेड कंपनियों के मुकाबले तेजी से बढ़ा रही हैं स्थायी संपत्तियां

अपने सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले गैर-सूचीबद्ध कंपनियां ज्यादा तेज रफ्तार से नए संयंत्र और अन्य अतिरिक्त क्षमताएं जोड़ रही हैं। सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 के लिए गैर-सूचीबद्ध कंपनियों की शुद्ध अचल संपत्तियों में वृद्धि 7.5 फीसदी थी। यह सूचीबद्ध कंपनियों की 6.4 फीसदी वृद्धि के मुकाबले […]

अन्य समाचार

गैर सूचीबद्ध से पीछे सूचीबद्ध फर्में

सूचीबद्ध कंपनियों के मुकाबले गैर सूचीबद्ध कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही है। जिन कंपनियों के वित्तीय आंकड़े उपलब्ध हैं, इनके आधार पर सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) ने विश्लेषण किया है। इसके अनुसार वित्त वर्ष 2024 में गैर सूचीबद्ध कंपनियों की बिक्री 8.34 फीसदी बढ़ी थी। सूचीबद्ध कंपनियों की बिक्री 1.69 फीसदी बढ़ी। […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

पिछले 5 वर्षों में गैर-सूचीबद्ध श्रेणी में 1 अरब डॉलर से ज्यादा राजस्व वाली कंपनियां बढ़ीं

वैश्विक महामारी के बाद सूचीबद्ध कंपनियों की आय में उछाल ने बाजारों को भले ही नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है, लेकिन भारत की गैर-सूचीबद्ध श्रेणी भी पीछे नहीं है। कैपिटालाइन के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले पांच वर्षों में गैर-सूचीबद्ध श्रेणी ने एक अरब डॉलर से अधिक राजस्व वाली कंपनियों […]

आज का अखबार, कंपनियां

सुस्त बाजार में ग्राहक लुभाने को कंपनियां बढ़ा रहीं मार्केटिंग खर्च

पिछली तिमाही में कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए इतना खर्च किया, जितना 2021 से किसी भी तिमाही में नहीं किया था। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़े बताते हैं कि सितंबर 2024 में शुद्ध बिक्री के 0.39 फीसदी के बराबर रकम प्रचार और मार्केटिंग पर खर्च की गई। सितंबर 2023 में […]

आईपीओ, आज का अखबार, बाजार, समाचार

SME IPO में बढ़ा संस्थागत निवेशकों का दांव, खुदरा भागीदारी घटी

लघु एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) में संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ती दिख रही है। एसएमई कंपनियों के आरं​भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में संस्थागत निवेशकों की लगातार बढ़ रही हिस्सेदारी से साफ तौर पर इस रुझान का पता चलता है। आम तौर पर शेयर बाजार की इस श्रेणी में व्य​क्तिगत निवेशकों का वर्चस्व दिखता […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कंपनियां

परियोजना अटकने की दर 47 तिमाही में सबसे कम, RBI ने निजी निवेश में तेजी की दी सलाह

निजी निवेश रुकने से परियोजनाओं के अटकने की दर एक दशक के निचले स्तर पर आ गई हैं। ताजा घटनाक्रम भारतीय रिजर्व बैंक के 21 अक्टूबर के बुलेटिन में निवेश चक्र पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने के बीच हुआ है। आरबीआई ने कहा था कि अभी निजी निवेश का समय है और इसमें […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कंपनियां

Q2FY25 Capex: सितंबर तिमाही में निजी क्षेत्र का पूंजीगत खर्च 42 फीसदी बढ़ा, सरकारी परियोजनाओं में भी आई तेजी

निजी क्षेत्र की कंपनियों ने जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 4.1 लाख करोड़ रुपये मूल्य की नई परियोजनाएं और कारखाने लगाने की घोषणाएं की हैं। परियोजनाओं पर नजर रखने वाली संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईआई) के आंकड़ों के अनुसार यह पिछले साल की समान अव​धि की तुलना में 42 फीसदी अ​धिक है। सरकार द्वारा […]

आज का अखबार, बाजार, शेयर बाजार, समाचार

STCG से मुनाफा: शीर्ष 1% निवेशक बने लाभ के सबसे बड़े हिस्सेदार, बाकी रह गए पीछे

लघु अवधि का पूंजीगत लाभ (एसटीसीजी) कमाने वालों में कुछ लोग ही बाकी सब पर भारी पड़े हैं। एसटीसीजी की जानकारी देने वालों में शीर्ष 50,000 लोगों को मिला लाभ अन्य से ज्यादा रहा है। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने कर निर्धारण वर्ष 2023-24 के आयकर आंकड़े देखे हैं। कुल 54 प्रतिशत एसटीसीजी तो उन्हीं 1 प्रतिशत […]