सोनिया ने नववर्ष की बधाई देने से बचते हुए इस घटना पर पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ...आज ऐसा नहीं :नववर्ष की बधाई: क्योंकि हमारे विचार उस युवती के साथ हैं जो बर्बर हमले के बाद अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है।
सोनिया ने कहा कि आज हमारी एकमात्र इच्छा यह है कि वह :पीडि़त: उबरे और हमारे पास वापस आए और इस तरह का बर्बर कृत्य करने वाले अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए समय व्यर्थ नहीं किया जाए।
सोनिया कांग्रेस की स्थापना के 127 वर्ष पूरे होने के मौके पर कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी का झंडा फहराने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रही थीं।
उनके साथ खड़े प्रधानमंत्री ने भी मीडिया को संबोधित किया और कहा कि हम इस जघन्य अपराध को लेकर देश मेें पैदा गुस्से और रोष में लोगों के साथ हैं।