सीमा पर झड़पों के बावजूद भारत में चीनी निवेश (China Investment) खुला हुआ है। यह जानकारी सूचना तकनीक के केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने बुधवार को फाइनैंशियल टाइम्स को दी।
उन्होंने कहा, ‘हम कहीं से भी और किसी भी कंपनी से व्यापार करने के लिए तैयार हैं बशर्ते वे वैध रूप से कारोबार करें और भारत के कानून का पालन करें।’ चंद्रशेखर ने इस अखबार से बातचीत के दौरान कहा, ‘सभी के लिए निवेश खुला हुआ है जिसमें चीन भी शामिल है।’
टिकटॉक सहित 300 चीनी ऐप पर लगा था बैन
वर्ष 2020 में चीन से सीमा पर झड़प होने के बाद भारत ने चीनी कारोबार के प्रति जांच बढ़ा दी थी। इस क्रम में टिकटॉक सहित 300 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद भारत ने चीनी निवेशों के प्रति जांच बढ़ा दी है।
BYD का एक अरब डॉलर के निवेश का प्रस्ताव खारिज
इकनॉमिक टाइम्स में बीते सप्ताह प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार भारत ने सुरक्षा कारणों से चीनी वाहन निर्माता बीवाईडी कंपनी के एक अरब डॉलर के निवेश के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
हालांकि फाइनैंशियल टाइम्स ने इस मामले के जानकार सूत्र के नाम का खुलासा नहीं करते हुए बताया कि यह आवेदन अभी भी लंबित और वैध है। इस मामले पर भारत के वाणिज्य मंत्रालय से टिप्पणी मांगी गई थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बीवाईडी ने भी इस मामले पर तुरंत टिप्पणी नहीं की।
ऐपल की चीनी अनुबंध निर्माता लक्सशेयर प्रिसिजन इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड के भारत में दो संयंत्र हैं। इसने भारत में एक और संयंत्र लगाने के लिए अनुमति मांगी हुई है।
फाइनैंशियल टाइम्स ने बताया कि अभी तक भारतीय अधिकारियों ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है। चंद्रशेखर ने बताया था कि उन्हें लक्सशेयर के आवेदन के बारे में जानकारी नहीं थी। लक्सशेयर ने कोई टिप्पणी नहीं की।