अनिल अग्रवाल प्रवर्तित इकाई ट्विन स्टार होल्डिंग्स अपना कर्ज चुकाने के लिए भारत में सूचीबद्ध अपनी सहायक वेदांत लिमिटेड की 4.3 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 50 करोड़ डॉलर जुटा रही है।
वेदांत में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 68.11 फीसदी
शेयरों की बिक्री गुरुवार सुबह होगी और वेदांत के बुधवार के बंद भाव 272 रुपये के मुकाबले 5 फीसदी कम पर इसकी पेशकश की गई है। लेनदेन की शर्तों से यह जानकारी मिली। अभी वेदांत में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 68.11 फीसदी है। कंपनी का कुल मूल्यांकन बुधवार को 1.01 लाख करोड़ रुपये रहा।
वेदांत रिसोर्सेस ने अपना कर्ज चुकाने के लिए उठाए कई कदम
पिछले कुछ महीनों में अनिल अग्रवाल के स्वामित्व वाली लंदन की वेदांत रिसोर्सेस ने अपना कर्ज चुकाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे विश्लेषक उम्मीद कर रहे हैंं कि वेदांत रिसोर्सेस अगले 12 महीने में करीब 2 अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान कामयाबी के साथ कर लेगी।
भारत में सूचीबद्ध सहायक की हिस्सेदारी बेचकर रकम जुटाने की ताजा कवायद से प्रवर्तक इकाई को आगामी महीनों में परिपक्व होने वाले कर्ज के भुगतान में मदद मिलेगी। बैंकिंग सूत्रों ने यह जानकारी दी।
समूह की प्रवर्तक इकाइयां पिछले कुछ महीने से रकम जुटाने में लगी हुई है क्योंकि उसने जेपी मॉर्गन से 85 करोड़ डॉलर, ओकट्री कैपिटल से 25 करोड़ डॉलर, ग्लेनकोर से 20 करोड़ डॉलर और कमोडिटी ट्रेडर ट्राफिगरा से 20 करोड़ डॉलर का कर्ज लेकर कुल 1.3 अरब डॉलर जुटाए हैं। प्रवर्तकों ने अपनी भारतीय सहायक से ज्यादा रॉयल्टी भुगतान के जरिए भी रकम जुटाई है।
वेदांत ने पिछले वित्त वर्ष में अपने शेयरधारकों को रिकॉर्ड 37,758 करोड़ रुपये के लाभांश का भुगतान किया
इसके अलावा पिछले वित्त वर्ष में वेदांत लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों को रिकॉर्ड 37,758 करोड़ रुपये के लाभांश का भुगतान किया है, जिससे मूल कंपनी को अपना कर्ज चुकाने में मदद मिली है। शेयर बिक्री पर वेदांत लिमिटेड ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
वेदांत लिमिटेड से उदारतापूर्वक लाभांश मिलने के बाद वेदांत रिसोर्सेस ने मई व जून मे देय 1.4 अरब डॉलर के बॉन्ड का भुगतान किया और अपना सकल कर्ज मार्च 2023 के आखिर के 7.8 अरब डॉलर से घटाकर 6.4 अरब डॉलर पर ला दिया। कंपनी ने इस साल मई में यह जानकारी दी थी।
वेदांत समूह का इरादा 2023-24 में अपना कर्ज और घटाने और अंतत: इसे शून्य पर लाने का है। मार्च 2022 में लक्ष्य की घोषणा के बाद से उसने अपने सकल कर्ज में 3.3 अरब डॉलर की कमी की है। वेदांत रिसोर्सेस का कर्ज मार्च 2022 के आखिर में 9.7 अरब डॉलर था। कंपनी ने पहले के बयान में यह जानकारी दी थी।
समूह के पास अभी भी रकम जुटाने के कई विकल्प हैं, जिनमें वेदांत की हिंदुस्तान जिंक में बची बाकी हिस्सेदारी को गिरवीरखना शामिल है। विश्लेषकों को अनुमान है कि इससे 19 करोड़ डॉलर का और कर्ज जुटाया जा सकता है।
विश्लेषकों के मुताबिक, वेदांत रिसोर्सेस की पहुंच विभिन्न बैंक जमाओं के रूप में 1.7 अरब डॉलर के फंड, बॉन्ड व म्युचुअल फंडों तक है, जिसे कर्ज चुकाने के लिए निकाला जा सकता है। इसके अलावा प्रवर्तक वेदांत लिमिटेड से अतिरिक्त लाभांश की मांग कर सकते हैं, जिसने वित्त वर्ष 24 के लिए कुल 83 करोड़ डॉलर के पहले अंतरिम लाभांश का ऐलान किया है।
इसमें से वेदांत रिसोर्सेस को वेदांत लिमिटेड में अपनी 68.11 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 56.5 करोड़ डॉलर का लाभांश मिला है।