गूगल इंक भारत में अपने मोबाइल फोन की असेंबलिंग के लिए समय सीमा पर विचार कर रही है। गूगल के अधिकारियों और संचार मंत्रालय के अधिकारियों के बीच चर्चा से अवगत सूत्रों ने कहा ‘अब सवाल यह नहीं है कि गूगल करेगी या नहीं, बल्कि यह है कि कब। अब बात समय निर्धारण की है।’ भारत में निर्यात पर ध्यान केंद्रित रहेगा।
यह कदम इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जनवरी में गूगल इंक के मुख्य कार्याधिकारी सुंदर पिचाई के भारत आने से पहले बिजनेस स्टैंडर्ड के एक सवाल के जवाब में सार्वजनिक रूप से कहा था कि उनके साथ बातचीत का एक प्रमुख क्षेत्र भारत में पिक्सल ब्रांड के तहत गूगल के कुछ मोबाइल फोन भारत में असेंबल करने के लिए कहना होगा।
अलबत्ता गूगल के प्रवक्ता ने इस संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया। इसका समय निर्धारण बेशक सही है। अपने अधिकांश पिक्सेल फोन ताइवान की दिग्गज कंपनी फॉक्सकॉन के जरिये चीन में असेंबल करने वाली गूगल इसका कुछ भाग अन्य देशों में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है, खास तौर पर कोविड की वजह से काम बंद होने और इसके परिणामस्वरूप लाखों लोगों के संक्रमित होने से उत्पादन पर असर पड़ने के बाद।
वियतनाम में इसकी पहले से ही 3-4 साल से मौजूदगी है और उम्मीद है कि देश में कुछ मोबाइल फोन बनाए जाएंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार गूगल नवीनतम पिक्सल 7 का अपना आधा उत्पादन चीन से वियतनाम जैसे अन्य देशों में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है।
विशेषज्ञ कहते हैं कि भारत में यह फॉक्सकॉन के साथ गठजोड़ करके उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का फायदा उठा सकती है, जिसके पास मोबाइल फोन के लिए इस योजना के तहत दो पात्र कंपनियां हैं, जिनमें से एक होन हई है, जो विशेष रूप से ऐपल इंक के लिए असेंबलिंग करती है।
दूसरी कंपनी राइजिंग स्टार है, जिसका नाम बदलकर भारत एफआईएच कर दिया गया है (जो श्याओमी के लिए कुछ निर्माण करती है)। यह अन्य सभी ब्रांडों की असेंबलिंग करती है और गूगल के लिए भी असेंबलिंग करने की पर्याप्त क्षमता है। भारत एफआईएच के प्रवक्ता ने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। भारत में जियो प्लेटफॉर्म के साथ मोबाइल फोन में भी इसका संबंध है और कुछ हिस्सेदारी भी ले चुकी है।