अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड (Adani Ports) और टोटाल एनर्जीज ऑफ फ्रांस का संयुक्त उद्यम धामरा एलएनजी टर्मिनल (Dhamra LNG) अपने यूजर्स के लिए सालाना 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत करेगा और भारत की 35 फीसदी से ज्यादा आबादी के लिए गैस के मुख्य स्रोत के तौर पर काम करेगा।
धामरा पोर्ट में अवस्थित एलएनजी टर्मिनल ऊर्जा संकट झेल रहे आठ पूर्वी राज्यों को सेवाएं देगा और इसके तहत महंगे ईंधन नेफ्था व हाई स्पीड डीजल का विकल्प देगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
परियोजना के दौरान इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन या गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने न तो अग्रिम नकद या बैंक गारंटी के तौर पर दी है। सूत्रों ने ये बातें इस आरोप पर प्रतिक्रिया जताते हुए दी कि परियोजना की लागत पीएसयू वहन कर रहा है।
अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड और टोटाल एनर्जीज ने संयुक्त रूप से इस टर्मिनल प्रोजेक्ट में अभी तक 1,900 करोड़ रुपये निवेश किए हैं और अदाणी फर्म ने 2016 से इसमें निवेश शुरू किया था और परियोजना इस साल मई में चालू हुई। सूत्र ने कहा, धामरा एलएनजी टर्मिनल को पूरा करने व प्रदर्शन से जुड़े सभी जोखिम अदाणी-टोटाल एनर्जीज संयुक्त उद्यम ने उठाए हैं।
सूत्र ने कहा कि धामरा एलएनजी की टैरिफ व वाणिज्यिक शर्तें (पोर्ट चार्जेज समेत) प्रतिस्पर्धी बेंचमार्किंग के बाद तय हुई। पीएसयू पेट्रोनेट एलएनजी दहेज में भारत के सबसे बड़े एलएनजी टर्मिनल का परिचालन करती है और धामरा परियोजना की टैरिफ व वाणिज्यिक शर्तों के लिए इसका इस्तेमाल बेंचमार्किंग के तौर पर किया गया।
सूत्र ने कहा, ‘धामरा का टैरिफ वास्तव में एलएनजी टर्मिनल के शुल्क के मुकाबले 1.5 फीसदी कम है और इसकी वाणिज्यिक शर्तें बेहतर हैं।’